Singrauli News: सिंगरौली जिले (Singrauli district) में भारत के गौरव दानवीर शिरोमणि भामाशाह (Bhamashah) का जयंती (birth anniversary) समारोह संघर्ष फाउण्डेशन एण्ड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार (Shailendra Kumar) की अध्यक्षता में पहली बार आयोजित किया गया।
भामाशाह (Bhamashah) चित्तौड़ नगर सेठ थे, हल्दीघाटी जैसे लम्बे युद्ध के बाद महाराणा प्रताप की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब हो गई थी तब भामाशाह (Bhamashah) और उनके भाई ताराचंद ने महाराणा प्रताप को 2 करोड़ सोने के सिक्के और 25 करोड़ चांदी के रुपये सहित युद्ध के लिए अन्य चीजे दान में दिए। उन्होंने मुगल सेना शिविरों पर हमला किया और अर्जित धन से राणा को आंशिक रूप से वित्तपोषित किया, महाराणा प्रताप एक सेना संगठित करने में सक्षम हुए और मुगलों के खिलाफ अपने अभियान को आगे बढ़ाया। कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व महापौर श्रीमती प्रेमवती खैरवार जी ने भामाशाह (Bhamashah) के जिवन संघर्ष को चरितार्थ करते हुए बताया कि राष्ट्र सेवा सबसे बड़ा धर्म है जिसके लिए भामाशाह जी ने अपना सर्वस्थ दान %A