Taliban News: ‘मुस्लिमों के लिए बना शरिया कानून(Sharia law)ही उनके जीवन का आधार होता है। इस कानून में पॉलिटिकल पार्टीज (Political parties) का कोई वजूद नहीं है। इसलिए अफगानिस्तान (Afghanistan) में राजनीतिक दलों (Political parties) के संचालन के लिए शरिया आधार नहीं हो सकता है।’
तालिबान (Taliban) बोला- ये शरिया के खिलाफ, क्या इस्लाम में राजनीति करने की मनाही है 16 अगस्त को अफगानिस्तान के मिनिस्टर ऑफ जस्टिस (Minister of Justice) अब्दुल हकीम शरेई (Abdul Hakim Sharei) ने ये बयान दिया। तालिबान के मुताबिक राजनीतिक दलों की वजह से विभाजन की भावना बढ़ती है, जो किसी देश के विकास के लिए सही नहीं है।
15 अगस्त को अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के 2 साल पूरे हो गए हैं। इसके एक दिन बाद ही तालिबान ने वहां के 70 राजनीतिक दलों को बैन कर दिया है। खबर के मुताबिक अफगानिस्तान अब पूर्ण रूप से तालिबान नमक संगठन के अंतर्गत आने लगा है।
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