International News: जर्मनी ने मारियुआना (marijuan) यानी गांजे के इस्तेमाल और खेती को लीगल बनाने की शुरुआत कर दी है। यहां कैबिनेट ने बुधवार को गांजे से जुड़े बिल को मंजूरी दे दी। यानी जर्मन लोग (German people) अब गांजे का उपयोग और उसकी खेती कर सकेंगे। इस बिल का मकसद गांजे की कालाबाजारी और ड्रग (drug-related) से जुड़े अपराधों पर लगाम लगाना
बर्लिन (Berlin) में जर्मनी (Germany) के स्वास्थ्य मंत्री कार्ल लॉटरबैश (Karl Lauterbach) ने कहा कि किसी को भी इस कानून का गलत मतलब नहीं समझना चाहिए। गांजा (marijuan) कानूनी हो जाएगा, लेकिन यह हानिकारक तो रहेगा ही। इस बिल का मकसद गांजे की कालाबाजारी और ड्रग (drug) से जुड़े अपराधों पर लगाम लगाना है, ताकि हानिकारक चीजों का इस्तेमाल रोका जा सके। साथ ही इसके ग्राहकों (customers) की संख्या में भी कमी लाई जा सके।लॉटरबैश (Lauterbach) ने कहा कि बच्चों और युवाओं की सुरक्षा इस कानून का मुख्य उद्देश्य है। हालांकि, फिलहाल जो मसौदा है, उसमें बदलाव होने की उम्मीद है, क्योंकि संसद (Parliament) में इस पर बहस होगी। गर्मी की छुट्टियों के बाद संसद (Parliament) के दोनों सदन बिल पर विस्तृत चर्चा करेंगे।माना जा रहा है कि इससे कालाबाजारी को कम करने में मदद मिलेगी। अवैध डीलर इससे खुश नहीं होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका मकसद है कि लोग उत्पाद की उचित जानकारी के बिना डीलरों (Illegal dealers) से खरीदारी न करें। लोगों को खराब प्रोडक्ट (product) और ड्रग से जुड़े अपराध से बचाने में मदद मिलेगी।लॉटरबैश (Lauterbach) ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि हम कोई समस्या पैदा नहीं कर रहे हैं। हम एक समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं।
दुनियाभर के देश गांजे के उपयोग को वैध बना रहे हैं। वहीं भारत में 38 साल से इस पर बैन है। ऐसे में पश्चिमी देश (western countries) इसे वैध बना रहे हैं परन्तु भारत में यह अभी भी गैर कानूनी (illegal in India) है।