Tech News: चंद्रमा के बाद इसरो (ISRO) ने आदित्य-एल1 (Aditya-L1 mission) मिशन की सफल लॉन्चिंग की।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो (ISRO) ने इतिहास रच दिया है। चंद्रमा के बाद अब इसरो ने 2 सितंबर को आदित्य-एल1 (Aditya-L1 mission) मिशन की सफल लॉन्चिंग की। इस मिशन का उद्देश्य सूर्य का अध्ययन करना है। अंतरिक्ष यान को पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) पर भेजा गया है। इसरो (ISRO) ने पहली बार हाई थ्रूपुट एक्स-बैंड फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल किया है। चलिए जानते हैं इस तकनीक के बारे में और इसके काम करने के तरीके के बारे में भी जानेंगे।
चंद्रमा के बाद इसरो (ISRO) ने आदित्य-एल1 मिशन (Aditya-L1 mission) की सफल लॉन्चिंग की। अंतरिक्ष यान को पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) पर भेजा गया है।
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