Ministry of Coal: कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) ने देश में ऊर्जा की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए कोयले की पर्याप्त उपलब्धता की पुष्टि की है। यह पूरे देश में कोयले का निर्बाध वितरण सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कोयला भंडार और कोयला आपूर्ति श्रृंखला (coal reserves and efficient coal) की दक्ष स्थिति दोनों को दर्शाता है।
इसके अलावा, ताप विद्युत उत्पादन में 6.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 485.42 बीयू की तुलना में 517.34 बीयू (April-August 2023) तक पहुंच गया है। बिजली क्षेत्र को कोयला भेजने के संदर्भ में, वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अप्रैल 2023 से अगस्त 2023 तक संचयी उपलब्धि 324.50 मीट्रिक टन रही है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.80 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है, जो 306.70 मीट्रिक टन था। इस पर्याप्त वृद्धि से विद्युत क्षेत्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक संगत और मजबूत कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित होती है। दिनांक 31.08.23 की स्थिति के अनुसार खानों, ताप विद्युत संयंत्रों (DCBs), पारगमन आदि में समग्र कोल स्टॉक की स्थिति में 25.08 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह 31.08.22 की 68.76 मीट्रिक टन के स्टॉक की तुलना में सराहनीय रूप से बढ़कर 86.00 मीट्रिक टन हो चुकी है। इसके अतिरिक्त, दिनांक 31.08.23 को कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) में पिटहेड कोयला स्टॉक 45.33 मिलियन टन है, जिसमें 31.08.22 को 31.12 मिलियन टन के कोयला स्टॉक की तुलना में 45.66 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कोयले के स्टॉक की यह उच्च स्थिति कोयला मंत्रालय द्वारा कोयले (Coal) की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और प्रभावी स्टॉक प्रबंधन रणनीतियों और परिचालन दक्षता पर प्रकाश डालता है।
कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) कुशल रणनीतिक योजना और कुशल निष्पादन (efficient strategic planning and efficient execution) के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। ये प्रयास कोयला खनन क्षेत्र (coal mining sector) में ‘मेक इन इंडिया (Make in India)’ पहल पर बल देते हुए आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) के उद्देश्यों के साथ पूर्ण रूप से मेल खाते हैं।
यह गिरावट घरेलू उत्पादन को प्राथमिकता देगी
इसके अलावा, डीसीबी (TPPs) (for blending) के लिए तापीय कोयले (Coal) के आयात में 53.13 प्रतिशत की महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई है और यह 19.2 मीट्रिक टन (अप्रैल-अगस्त 2022) से घटकर अप्रैल-अगस्त 2023 में 9.0 मिलियन टन हो गया है। यह गिरावट घरेलू उत्पादन को प्राथमिकता देने और कोयले (Coal) की आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनने की हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
कोयला स्टॉक की मजबूत स्थिति सुनिश्चित की गई
कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) सभी परिचालनों की निरंतर और व्यापक निगरानी एवं मूल्यांकन करता है, इस प्रकार वह विकास में अपना पर्याप्त योगदान देता है। कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) तकनीकी प्रगति को अपनाकर एक विश्वसनीय और निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त होता है। टीपीपी को कुशल कोयले की आपूर्ति करने के लिए विभिन्न खदान निकास पर कोयला स्टॉक की मजबूत (Strong coal stock) स्थिति सुनिश्चित की गई है।
ये भी पढ़िए-
ministry of coal: इस्पात उत्पादन के लिए घरेलू कोकिंग कोयले की उपलब्धता बढ़ी, आयात कम हुआ; जानिए