lunar eclipse news: 28 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्रग्रहण, कई राशियां होंगी प्रभावित; जानिए

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lunar eclipse news (चंद्रग्रहण न्यूज़): शनिवार, 28 अक्टूबर को संवत् 2080, ई सन् 2023 की अश्विनी शुक्ल पक्ष पूर्णिमा होगी। इसी दिन शरद पूर्णिमा की रात में खंडग्रास चंद्र ग्रहण (Khandagras lunar eclipse) लगेगा, जो पूरे भारत (India) में दिखाई देगा।

भारत (India) के अलावा बहुत से अन्य देशों में भी यह ग्रहण दृश्यमान होगा। भारतीय मानक समय (indian standard time) के अनुसार खंडग्रास चंद्र ग्रहण (Khandagras lunar eclipse) का स्पर्श 28 व 29 अक्टूबर की रात 1.05 बजे से यह ग्रहण प्रारंभ होगा। जबकि खंडग्रास चंद्र ग्रहण (Khandagras lunar eclipse) का समापन मध्य रात 1:44 बजे पर होगा। रात्रि 2.23 पर इस खंडग्रास चंद्र ग्रहण (Khandagras lunar eclipse) का मोक्ष अथवा समाप्त हो जायेगा। यह चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के समय पूरे भारत (India) में एक समान दिखाई देगा।

चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के मुख्य चरण गहरी छाया पड़ने की बात की जाए तो ये 29 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा, यानी ये एक घंटा 19 मिनट का होगा।

lunar eclipse news: 28 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्रग्रहण, कई राशियां होंगी प्रभावित; जानिए

ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण लगना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।

ज्योतिषाचार्यो के अनुसार इस बार लगने वाला चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) आंशिक होगा, यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है। विश्व परिदृश्य में एक ही महीने में लगने वाले दो ग्रहण उत्पातकारी योग लेकर आए हैं। 28 व 29 अक्टूबर की रात में लगने वाला चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) पूरे भारतवर्ष में दृष्टिगोचर होगा।

28 अक्टूबर की रात 11.30 बजे से चांद पर हल्की छाया पडऩी शुरू हो जाएगी। इसे चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) का पेनब्रा स्टेज (penumbra stage) भी कहा जाता है। हालांकि सूतक काल इसके हिसाब से नहीं बल्कि गहरी छाया पड़ने के 9 घंटे पहले ही माना जाता है। चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के मुख्य चरण गहरी छाया पड़ने की बात की जाए तो ये 29 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा, यानी ये एक घंटा 19 मिनट का होगा।

जगत पर शुभ-अशुभ प्रभाव

ग्रहण (eclipse) का आरंभ मध्य रात्रि 1 बजकर 5 मिनट, मध्य 1 बजकर 44 मिनट और ,मोक्ष 2 बजकर 40 मिनट पर होगा। यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है। ग्रहण (eclipse) जब भी लगता है तो इसका भौतिक, आध्यात्मिक और व्यक्तिगत जीव जगत पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है।

जानिए, कब शुरू होगा सूतक?

28-29 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) चूंकि रात 1 बजकर 5 मिनट पर लग रहा है, इसलिए इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी 28 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 05 मिनट से शुरू हो जाएगा। यह चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) भारत में दिखाई देगा, जबकि इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में भी दिखेगा। इसका सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, जिन राशियों पर इस चंद्रग्रहण (lunar eclipse) का प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, उन्हें ग्रहण (eclipse) के सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए। ग्रहण (eclipse) के दौरान उन लोगों को गुरुमंत्र का जाप करना चाहिये अथवा अपने ईष्टदेव का स्मरण करना चाहिए। ग्रहण (eclipse) के दौरान स्नान और मोक्ष के उपरांत दान करना चाहिए। किसी भी ग्रहीय दुष्प्रभाव से बचने के लिए धर्म शास्त्रों में स्नान और दान की प्रमुखता बताई गई है।

lunar eclipse news: 28 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्रग्रहण, कई राशियां होंगी प्रभावित; जानिए

किन राशियों पर पड़ेगा अधिक प्रभाव?

ज्योतिष जानकारों के मुताबिक, जिन राशियों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ने वाला है वे हैं मेष, वृष, कन्या, तुला, धनु, मकर, मीन। इन राशि के जातकों को ग्रहण (eclipse) का प्रभाव कम करने के लिए कांसे के पात्र में तिल भरकर उसके ऊपर हेमनाग यानी सोने का नाग बनाकर और वस्त्र सहित इसका दान करना चाहिये। एक ग्रहण (eclipse) का प्रभाव लगभग 6 माह या जब तक दूसरा कोई दूसरा ग्रहण (eclipse) नहीं लग जाता तब तक बना रहता है।

सूतक के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

ज्योतिष जानकारों के अनुसार, ग्रहण (eclipse) के दौरान धर्मशास्त्रों में सूतक की व्यवस्था बताई गई है। सूर्य ग्रहण में चार पहर पहले यानी 12 घंटे पहले तथा चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) में 3 पहर यानी 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है। सूतक के दौरान अन्न का त्याग कर देना चाहिए, किसी प्रकार के नकारात्मक कार्य को करना निषेध रहता है। इस दौरान आध्यात्मिक चिंतन और सात्विक आहार-विचार रखना चाहिए। पके हुए अन्न को ग्रहण (eclipse) के दौरान नहीं रखना चाहिए और तेल में तले पदार्थ और दूध-दही इत्यादि में तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए। अपने ईष्टदेव का ध्यान और ओम नम: शिवाय का जप करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए?

ज्योतिष जानकारों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के दौरान सिर्फ भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए, जो दस गुना फलदायी माना जाता है। चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के बाद शुद्ध जल से स्नान करके, गरीबों को दान देना चाहिए। चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। ग्रहण (eclipse) के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरतमंदों को वस्त्र दान देने से कई गुना पुण्य प्राप्त होता है।

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