MP News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने मध्यप्रदेश पुरातत्व विभाग (Madhya Pradesh Archeology Department) द्वारा संरक्षित स्मारक गोलघर (Golghar) जिसे पर्यटन विभाग ने बहुउद्देशीय कला केन्द्र के रूप में विकसित किया है।
डॉ. यादव (Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि प्राचीन ज्ञान-विज्ञान के केन्द्र आज भी उपयोगी हो सकते हैं। अतीत की धरोहर गोलघर को वर्तमान से जोड़ने की पहल सराहनीय है। भोपाल में गोलघर (Golghar) का मूल नाम गुलशन-ए-आलम था, जिसे 19वीं सदी में नवाब शाहजहां बेगम ने बनवाया था। गोलाकार (Golghar) स्वरूप के कारण इसे गोलघर (Golghar) के नाम से जाना जाता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव (Dr. Mohan Yadav) ने पुरातत्व और पर्यटन (Archeology and Tourism Department) विभाग को प्राचीन विरासत गोलघर (Golghar) के नए स्वरूप में निर्माण और लोकार्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि गोलघर (Golghar) को देखने और इसके निर्माण की तकनीक को समझने की जरूरत है।
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