Leptospirosis alert: संक्रामक रोग (infectious disease) लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) का संक्रमण सतना (Satna) तक पहुंच गया है।
इसे रैट फीवर (Rat Fever) भी कहते हैं। ये संक्रमण (Leptospirosis) संक्रमित पशुओं के यूरिन से फैलता है। इंसानों और पशुओं दोनों को संक्रमित (infectious) करता है। इस संक्रामक रोग (infectious disease) लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) से पीड़ित मरीज प्रदेश के 10 जिलों समेत सतना (Satna) में भी पाए गए हैं। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान लैब जबलपुर से जारी रिपोर्ट में प्रदेश के 10 जिलों में लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) के 21 मरीज मिले हैं, जिनमें सतना (Satna) का भी मरीज शामिल है। ये मरीज 5 से 24 फरवरी के बीच कराए गए सैंपल टेस्ट में पाए गए हैं।
हालांकि अभी लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) के उक्त मरीज की डिटेल तो साझा नहीं की गई है, लेकिन इससे सतना (Satna) का स्वास्थ्य विभाग (health department) अलर्ट मोड पर आ गया है।
चिकित्सकों के मुताबिक, लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) को रैट फीवर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक जीवाणु संक्रमण है जो बग लेप्टोस्पायरा के कारण होता है। इसका संक्रमण संक्रमित पशुओं के यूरिन से फैलता है।
बीमारी के लक्षण
लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) नाम की बीमारी से संक्रमित मरीज के लक्षण 5 से 14 दिन में दिखते हैं। इसमे संक्रमित को बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों में लालिमा, उल्टी-दस्त, पेट दर्द, पीलिया और शरीर मे लाल चकत्ते निकलने की समस्या भी हो सकती है। कई मामलों में इसका असर गुर्दों और लीवर पर भी पड़ता है।
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