MP News: अब तक निगम प्रशासन (corporation administration) दावा करता आ रहा था कि घोटाले में 28 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया गया।
लेकिन पुलिस जांच में खुलासा हो गया है कि आरोपी पांचों फर्म 20 करोड़ रुपए से ज्यादा निकाल भी चुकी हैं और उसके एवज में निगम ने जीएसटी भी जमा करवा दिया है। इस तरह यह घोटाला साढ़े 49 करोड़ रुपए का हो चुका है। ये कंपनियां 10 साल से भुगतान ले रही थीं। ऐसे में घोटाला 100 करोड़ तक जा सकता है।
बता दें कि इस तरह यह घोटाला साढ़े 49 करोड़ रुपए का हो चुका है।
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