Singrauli visthapan news: मोरवा में विस्थापन के लिए मिनीरत्न एनसीएल (NCL) के द्वारा टीआईएसएस की टीम के साथ सर्वेक्षण किया जा रहा है, उसे लेकर मोरवा में लोग दो ग्रुप में बंटते दिख रहे हैं।
दरअसल, ये दो ग्रुप में से एक वो हैं जो बिना रेट तय किए हुए नापी नहीं कराने पर जोर दे रहे हैं तो वहीं दूसरा ग्रुप बिना रेट तय किए ही नापी कराने पर जोर दे रहा है। बताया जा रहा है कि सिंगरौली विस्थापन मंच बिना किसी रेट भाव तय किए ही नापी कराने के पक्ष में है। जबकि सिंगरौली पुनर्स्थापन मंच के बिना रेट तय किए किसी को नापी नहीं कराने के पक्ष में है।
इस प्रकार दो ग्रुप में मोरवा के लोगों के हो जाने से आपसी मतभेद उत्पन्न हो रहा है और एक दूजे के लिए द्वेष के भाव भी पनप रहे हैं।
इसके कारण ये खतरा भी बन रहा है कि कहीं कोई बड़े विवाद की स्थिति न निर्मित हो जाए। ऐसे में अब ये देखने लायक होगा कि मोरवा विस्थापन को लेकर एनसीएल और टीआईएसएस की संयुक्त टीम द्वारा की जा रही नापी में आने वाले दिनों में क्या हालत बनते हैं? हालांकि, मिनीरत्न एनसीएल से लेकर कोल इंडिया, कोयला मंत्रालय और जिला प्रशासन भी इस प्रक्रिया के एक एक पहलू पर पैनी नजर बनाए हुए है, ताकि किसी भी विपरीत स्थिति को बिना देरी किए काबू किया जा सके।
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