National News: वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ 2024 में चुनाव लड़ने वाली किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि वैष्णव किन्नर अखाड़े का गठन कर उसमें देश-दुनिया के किन्नरों को जोड़ने का कार्य करना है।
उन्होंने कहा है कि वह किन्नरों को शिक्षित करके एक नई दिशा देने का भी प्रयास करेंगी। पांच भाषाओं में श्रीमद् भागवत कथा सुनाने वालीं देश की पहली किन्नर कथावाचक महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें कहा कि किन्नरों को आज भी समाज में उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है। उन्हें समाज में आज भी सम्मान से नहीं देखा जाता। उन्होंने कहा कि आज बहुत से किन्नर बच्चे शिक्षा लेना चाहते हैं लेकिन उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्हें जीवन यापन के लिए दूसरों के आगे हाथ फैलाना पड़ रहा है।
महामंडलेश्वर ने बताया कि वह किन्नर समाज के उत्थान के लिए चुनाव मैदान में उतरी थीं। बेटी बचाओ- बेटी पढाओ को मोदी जी ने नारा दिया लेकिन किन्नरों के लर उसमें देश-दुनिया के किन्नरों को जोड़ने आदि आवश्यक कार्य करेंगी।
उन्होंने बताया कि श्रीमछ्वागवत कथा मॉरीशस, सिंगापुर, बैंकाक, हांगकांग के बाद अब शीघ्र लंदन भी कथा करने जाएंगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब चार से आठ, आठ से 10 और अब 13 अखाडे हैं तो 14वां अखाड़ा क्यों नहीं बन सकता। हमको किसी अखाडे से परमीशन लेने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि वह 50 हजार महामंडलेश्वर तो नहीं बना सकती जितना भी हो सकेगा उतना किन्नरों को महमंडलेश्वर और मंडलेश्वर बनाने का कार्य महाकुंभ में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2025 के महाकुंभ में यही संदेश देने का काम करेंगे कि हम नध्न तो आचार्य महामंडलेश्वर और न ही महामंडलेश्वर बल्कि हम सब अर्धनारीश्वर हैं, बेशक हमारे घर अलग-अलग होंगे, लेकिन परिवार एक है, एक थे और हमेशा एक रहेंगे और किन्नर समाज और उनके अधिकार के लिए सतत प्रयास करते रहेंगे।