Mohan Cabinet Meeting: प्रदेश में 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा। इसी के आधार पर उनकी पेंशन भी निर्धारित की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी।
गौरतलब है कि अब तक 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को जुलाई और जनवरी माह में वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिलता था। जब हाई कोर्ट ने कुछ मामलों में कर्मचारियों के पक्ष में फैसला सुनाया तो वित्त विभाग ने आदेश जारी किया कि लाभ केवल कोर्ट द्वारा तय किये गये मामलों में ही दिया जायेगा। इसे अव्यवहारिक माना गया।
जब मामला मुख्य सचिव अनुराग जैन के सामने आया तो उन्होंने कहा कि इसी तरह की व्यवस्था की जाएगी, जिसके आधार पर वित्त विभाग प्रस्ताव बनाएगा कि 30 जून या 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को भी वार्षिक वेतन वृद्धि और पेंशन लाभ दिया जाएगा। तदनुसार निर्धारित किया जाएगा।
इन प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी गई
- मंत्रिमण्डल ने नर्मदापुरम के बाबई मोहासा में नवकरणीय ऊर्जा के लिये भूमि आवंटन का निर्णय लिया।
- मुरैना में सौर ऊर्जा भण्डारण केन्द्र बनाया जायेगा। भंवरी, भोपाल में अतिरिक्त भूमि का आवंटन।
- बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को धार और शहडोल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम होंगे। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।
निरंतर आवास परियोजनाओं को अनुमति देना
मोहन कैबिनेट ने आवास योजना को जारी रखने की मंजूरी दे दी है। राज्य में गरीबों के लिए घर बनाने के लिए फंड दिया जाएगा। सरकार अपनी जमीन पर आवास निर्माण के लिए फंड देगी। शहरी क्षेत्र में आवास निर्माण के लिए 2.5 लाख और ग्रामीण क्षेत्र में आवास निर्माण के लिए 1 लाख 35 हजार रुपये दिये जायेंगे। मजदूरी के लिए अतिरिक्त 15,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
सौर ऊर्जा के लिए 314 एकड़ जमीन आवंटित की जायेगी
इसके अलावा नर्मदापुरम के बाबई में सौर ऊर्जा के लिए 314 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी। पहले 214 एकड़ जमीन आवंटित की गयी थी। अतिरिक्त 100 एकड़ भूमि स्वीकृत की गई है।
देश का पहला सौर ऊर्जा भंडारण संयंत्र मुरैना में बनाया जाएगा
देश का पहला सौर ऊर्जा भंडारण संयंत्र प्रदेश के मुरैना में बनाया जाएगा। कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी। यह पहला सौर ऊर्जा संयंत्र होगा। यह रात में सौर ऊर्जा का भंडारण और आपूर्ति कर सकता है। इस प्रोजेक्ट का काम अगले साल तक शुरू हो जाएगा। प्लांट 2027 तक चालू हो जाएगा। इसके लिए करीब तीन हजार हेक्टेयर जमीन पर प्लांट बनाया जाएगा।