Singrauli News: सिंगरौली जिले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा स्टोन क्रशरों में आवश्यक प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था हेतु दिशा निर्देश जारी किया गया है। इस मार्गदर्शिका के अनुपालन में स्टोन क्रेशरों द्वारा की गई कार्यवाही की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में क्षेत्र अंतर्गत संचालित 40 से भी अधिक स्टोन क्रेशरों के प्रतिनिधियों के द्वारा उपस्थित होकर स्टोन क्रेशरों में विद्यमान प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था की जानकारी प्रदान की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा निर्धारित की गई गाइडलाइन में क्रेशर के दोनों ओर दाएं एवं बाए को पर्याप्त रूप से कवर किया जाना शामिल है तथा 0 मिमी. एवं 4/6 मिमी. साइज के कन्वेयर बेल्ट को नालीनुमा संरचना से कवर करना शामिल है। इसी प्रकार स्क्रीनिंग सेक्शन में डस्ट संप्रेशन तथा कैंटेंटमेंट सिस्टम (बैग हाउस युक्त) की स्थापना आवश्यक है। क्षेत्र अंतर्गत स्थित अधिकांश स्टोन क्रशर्स में उक्त व्यवस्थाएं नही होने के कारण कलेक्टर द्वारा तीन माह की समयावधि में उक्त व्यवस्थाएं स्थापित करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
जिला खनिज कार्यालय एवं मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय तथा कलेक्टर कार्यालय के अधिकारियों की संयुक्त समिति बनाकर प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्थाओं का अवलोकन किया जाना निर्धारित किया गया है।
कलेक्टर सिंगरौली श्री शुक्ला के द्वारा गुलमोहर, सतपर्णी, कदम, अकेशिया, पेल्टाफार्म इत्यादि सघन प्रजाति के वृक्ष लगाकर वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए गए हैं। आगामी 3 माह उपरांत पुनः समीक्षा बैठक आयोजित की जायेगी।
दिल्ली में हुई बैठक में दिए गए सख्त निर्देश
दिनांक 23.12.2024 को दिल्ली में सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अध्यक्षता में सिंगरौली क्षेत्र के स्टोन क्रेशर हेतु विशेष रूप से फ्लाई ऐश मैनेजमेंट की बैठक आयोजित की गई थी। उक्त बैठक में मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सिंगरौली की ओर से क्षेत्रीय अधिकारी, संजीव मेहरा स्वयं दिल्ली में उपस्थित हुए थे तथा जिला खनिज अधिकारी एवं सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला वीसी के माध्यम से ज्वाइन किए थे। इस बैठक में मध्य प्रदेश शासन, पर्यावरण विभाग के सचिव, श्री कोठारी एवं मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव, ए.ए. मिश्रा भी भौतिक रूप से उपस्थित थे। उक्त बैठक में सचिव, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय, दिल्ली के द्वारा कलेक्टर सिंगरौली को सिंगरौली क्षेत्र के स्टोन क्रशर्स में सीपीसीबी की गाइडलाइन का अनुपालन कराने हेतु कड़े निर्देश दिए गए थे। सिंगरौली क्षेत्र के प्रदूषित जिले की सूची में शुमार होने के कारण सदस्य सचिव, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी सभी स्टोन क्रशर्स में सीपीसीबी की गाइडलाइन का क्रियान्वयन कराने को कहा गया है, इस हेतु मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा उच्च स्तरीय प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में क्षेत्रीय कार्यालय, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सिंगरौली के द्वारा 04 स्टोन क्रेशर को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं, उक्त के अनुपालन में जिला खनिज अधिकारी, सिंगरौली के द्वारा उक्त स्टोन क्रेशर से संबंधित खदान के पीट पास बंद कर दिए गए हैं। कलेक्टर सिंगरौली के निर्देशों के अनुपालन में जिला खनिज अधिकारी के द्वारा स्टोन क्रशर्स में वृक्षारोपण हेतु महाअभियान चलाया जाना निर्धारित किया गया है, इससे क्रेशर क्षेत्र के पर्यावरणमध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में सुधार आएगा।
सिंगरौली की बैठक में भी रहे शामिल
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी, संजीव मेहरा एवं जिला खनिज अधिकारी, श्री राय भी उपस्थित रहे। बैठक में माइनिंग इंस्पेक्टर कपिलमुनि शुक्ला एवं श्री तिवारी भी उपस्थित रहे तथा मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से तकनीकी मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहायक संतोष कोरी एवं आलोक राय भी उपस्थित रहे।