Mahakumbh 2025: देश और मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में विख्यात महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) को सेवा भाव से संपन्न करने के लिए अदाणी समूह (Adani Group) ने इस्कॉन और गीता प्रेस के साथ हाथ मिलाया है।
महाकुंभ में महाप्रसाद सेवा में इस्कॉन के सहयोग देने पर अदाणी समूह के चेयरमैन, गौतम अदाणी ने कहा, “ कुंभ सेवा की वो तपोभूमि है जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है! यह मेरा सौभाग्य है कि महाकुम्भ में हम इस्कॉन के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा’ आरंभ कर रहे हैं, जिसमें मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से लाखों लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है।
महाकुंभ मेले में महाप्रसाद सेवा के संदर्भ में इस्कॉन गवर्निंग बॉडी कमीशन के चेयरमैन, परम पूज्य गुरु प्रसाद स्वामी ने कहा,“ अदाणी समूह हमेशा कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और सामाजिक सेवा का एक शानदार उदाहरण रहा है।
गौतम अदाणी, को उनकी विनम्रता उत्कृष्ट बनाती है – वह कभी भी बुलाए जाने का इंतजार नहीं करते बल्कि निस्वार्थ भाव से सेवा करने के लिए स्वयं आगे बढ़ते हैं। हम उनके योगदान के लिए बेहद आभारी हैं। उनका काम हमें समाज को वापस लौटाने और मानवता की सेवा में एकजुट होने के लिए प्रेरित करता है।“ परम पूज्य गुरु प्रसाद स्वामी जी, अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण चेतना सोसायटी के उत्कृष्ट प्रचारकों में से एक हैं।
महाकुंभ में 50 लाख श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद सेवा का संचालन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक किया जाएगा। इस्कॉन ने मेला क्षेत्र और उसके बाहर महाप्रसाद बनाने के लिए दो किचन तैयार किए गए हैं और महाकुंभ क्षेत्र में 40 स्थानों पर महाप्रसाद सेवा श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध होगी। 2 हजार 500 वालंटियर इस सेवा में अपना योगदान देंगे। कुंभ मेले में दिव्यांगों, बुजुर्गों और छोटे बच्चों वाली माताओं के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के बीच गीता सार की 5 लाख प्रतियां भी वितरित की जाएंगी।
अदाणी और गीता प्रेस मिलकर महाकुंभ में मुफ्त बांटेंगे ‘आरती संग्रह’ की पुस्तकें
धार्मिक समागम और आध्यात्मिक एकता के प्रतीक महाकुंभ 2025 में अदाणी समूह और गीता प्रेस श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक वातावरण का अनुभव प्रदान करेंगे। महाकुंभ में गीता प्रेस, अदाणी समूह के साथ मिलकर सनातन धर्मावलंबियों में ‘आरती संग्रह’ बांटेंगे। गीता प्रेस की स्थापना हुए 100 वर्ष पहले हुई और यह श्रद्धालुओं को सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों से जोड़ने का एक माध्यम है। अदाणी समूह उनके इस प्रयास से जुड़कर महाधर्म में अपना योगदान दे रहा है। अदाणी समूह गीता प्रेस के सहयोग से एक करोड़ आरती संग्रह की पुस्तकें महाकुंभ में वितरित करेगा। समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ऐतिहासिक गीता प्रेस के समर्पण और त्याग की भावना से काफी प्रभावित है। गीता प्रेस, विश्व की सर्वाधिक हिन्दू धार्मिक पुस्तकें प्रकाशित करने वाली संस्था है। गीता प्रेस को भारत के हर घर में रामचरितमानस और भगवद् गीता को पहुंचाने का श्रेय भी जाता है। गीता प्रेस के प्रतिनिधियों ने गौतम अदाणी जी से मुलाकात कर खुशी जताई और अदाणी समूह को सनातन धर्म की सेवा शामिल होने पर धन्याद दिया गीता प्रेस भारत समेत पूरी दुनिया में सनातन धर्म के ज्ञान को प्रसारित करने का कार्य कर रहा है। पिछले 100 वर्षों में गीता प्रेस ने धार्मिक पुस्तकों की सहज उपलब्धता सुनिश्चित की है। महाकुंभ जैसे आयोजनों में इसका योगदान श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। गौतम अदाणी जी का मानना है कि ज्ञान दान सबसे बड़ा दान होता है, महाकुंभ में गीता प्रेस की भूमिका मात्र धार्मिक पुस्तकों का वितरण करना नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं को सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों से जोड़ने का एक माध्यम है।
144 सालों बाद आया यह शुभ मुहूर्त
महाकुम्भ में आस्था और आधुनिकता का अद्भुत संगम होगा, जो न केवल हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाएगा, बल्कि यह उदाहरण बनेगा कि कैसे आस्था और विकास एक साथ आगे बढ़ सकते हैं। कुंभ चार प्रकार के होते हैं। पहला कुंभ साधारण कुंभ होता है। दूसरा कुंभ अर्ध कुंभ होता है। तीसरा कुंभ पूर्ण कुंभ होता है। चौथा तथा सबसे महत्वपूर्ण कुंभ महाकुंभ होता है। अर्ध कुंभ 6 साल में एक बार, पूर्ण कुंभ 12 साल में एक बार और महाकुंभ 144 साल में एक बार आता है। प्रयागराज में महाकुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी 2025 को है। स्नान का यह सिलसिला 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस महाकुंभ के मेले में 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है।
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