Singrauli News: सिंगरौली जिले (Singrauli) की सरई तहसील अन्तर्गत पेड़ताली एवं आमडांड़ गांव में अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) के द्वारा शासकीय उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों को निःशुल्क चिकित्सा उपकरणों का वितरण किया गया।
दअरसल, मंगलवार को आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए आवश्यक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध हों ताकि जरूरतमंदों, विकलांगों, या कम आय वाले व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच में सुधार हो सके। इसके अन्तर्गत हीमोग्लोबिन टेस्ट किट, डिजिटल बीपी मशीन एवं वजन माप की मशीन इत्यादि वितरित किये गए। स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य देखभाल और समपर चिकित्सा मिले इस उद्देश्य से चिकित्सा उपकरणों का वितरण किया गया और इस कार्यक्रम में बैढ़न प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पंकज सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रोग्राम मैनेजर सुधांशु मिश्रा, सुनील शाह की उपस्थिति में करीब 100 स्थानीय महिलाओं एवं ग्रामीणों को आम स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं एवं उसके उपचार के सम्बन्ध में बताया गया। उपस्थित मेडिकल की टीम द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए उपयोगी सुझाव साझा किए गए साथ ही उन्होंने अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) द्वारा स्थानीय लोगों के लिए बेहतर स्वस्थ्य सेवा के लिए किये जा रहे प्रयासों की भी सराहना की, जैसे आंगनवाड़ी केंद्र का जीर्णोद्धार, उप स्वास्थ्य केंद्र की बाउंड्री का निर्माण और सोलर लाइट लगाना। इस मौके पर भलया टोला पंचायत के वार्ड सदस्य राय सिंह बैगा, स्थानीय ग्रामीणों एवं अदाणी समूह के कई अधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।
उल्लेखनीय है कि सुलियरी एवं धिरौली प्रोजेक्ट के आसपास के गावों में आगे भी अदाणी फाउंडेशन द्वारा निःशुल्क चिकित्सा उपकरणों का वितरण कार्यक्रम जारी रहेगा जो लोगों को अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने और अपने जीवन को बेहतर ढंग से जीने के लिए सशक्त बनाते हैं। ये कार्यक्रम उन लोगों तक पहुंच बढ़ाते हैं जिनके पास निजी स्वास्थ्य सेवा या उपकरण के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है।
गौरतलब है कि इससे बासी बेरदहा, आमडांड़, अमरईखोह, फाटपानी, भलया टोला एवं बजौड़ी जैसे गांवों के सैकड़ों जरूरतमंद लोग लाभान्वित होंगे।
अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) द्वारा समय-समय पर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया जाता है। आयोजित शिविरों में आम मरीजों के स्वास्थ्य जांच के अलावा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवश्यक दवाइयां दी जाती है। इस माध्यम से स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता पैदा करना चाहती है और वैसे जरूरतमंदों की मदद करना चाहती है, जो संसाधन के अभाव में सुदूर गांवों से निकलकर समय पर अपना इलाज नहीं करवा पाते हैं ताकि काफी संख्या में स्थानीय किशोरियां, महिलाएं, बच्चे और आमलोग लाभान्वित हो सकें।
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