जबलपुरः Jabalpur Fake IPS: मध्यप्रदेश में जबलपुर के नौवीं पास एक युवक ने पूरे सिस्टम को फेल कर दिया। गरीबी में पले बढ़े सिर्फ 19 साल के इस शातिर ठग ने महिलाओं की आवाज़ निकालने के साथ पुलिस की कार्यशैली भी सीख ली। 9वीं पास संकेत ने चार राज्यों की महिला आईपीएस अधिकारियों का डेटा निकाला और एक ख़ास तरह की ठगी का सिलसिला शुरु कर दिया। गुनाह तब रुका जब यूपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
Jabalpur Fake IPS: मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर के पाटन में रहने वाले संकेत यादव के पिता उमाशंकर यादव दिव्यांग हैं। माँ चाय का ठेला लगाती है। संकेत ने गरीबी के जाल से निकलने की ठानी और काम ढूंढने के बहाने उज्जैन चला गया। उज्जैन में संकेत ने एक ग्राहक सेवा केंद्र में सफाई कर्मी का काम किया। यहां अक्सर पुलिस कर्मी आते-जाते थे, जिन्हें देख देखकर उसने पुलिस की बातचीत करने का अंदाज़ और पुलिसिया रौब झाड़ना भी सीख लिया। एक और बात ये कि संकेत महिलाओं की आवाज़ निकालने में माहिर था। उसके दिमाग में एक बदमाशी सूझी जो देखते ही देखते बड़े अपराध में बदल गई। संकेत ने देश भर की महिला आईपीएस अधिकारियों का डेटा खंगालना शुरु कर दिया। सोशल मीडिया के ज़रिए उसने यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान की कई महिला आईपीएस अधिकारियों की फोटो हासिल कर ली। फिर क्या था संकेत ने अलग अलग नंबर्स पर वॉट्सएप शुरु किया और उनमें महिला आईपीएस अधिकारियों की डीपी लगानी शुरु कर दी। संकेत अब महिला आईपीएस अधिकारियों की आवाज़ निकालकर दूसरे जिलों के थाना प्रभारियों को फोन लगाने लगा।
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ठगी की कई वारदातों को दिया अंजाम
संकेत खुद को किसी जिले की महिला आईपीएस बताकर दूसरे जिले के थाना प्रभारियों को फोन लगाता। कहता है कि वहां के किसी ग्राहक सेवा केंद्र में अवैध वसूली और फर्जीवाड़ा चल रहा है। थाना प्रभारी संबंधित ग्राहक सेवा केंद्र में जाते तो संकेत थाना प्रभारियों से उनकी बात करवाने को कहता। फिर मामला रफा दफा करवाने के नाम पर संकेत ग्राहक सेवा केंद्र के संचालकों को एक क्यू आर कोड भेजता और उनसे मनचाही रकम अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेता। बताते हैं कि संकेत ने इस तरह यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में ठगी की कई वारदातों को अंजाम दिया। सिलसिला तब थमा जब उसने यूपी के कासगंज जिले की महिला एसपी अंकिता शर्मा की डीपी लगाकर ठगी की कोशिश की। ख़बर महिला आईपीएस अंकिता शर्मा तक पहुंती और उनके निर्देश पर कासगंज पुलिस की सायबर सैल ने जांच शुरु कर दी। कॉल ट्रेसिंग और मोबाईल लोकेशन के आधार पर पुलिस की टीम ने आखिरकार संकेत को धर दबोचा।
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शातिर ठग से कासगंज पुलिस कर रही पूछताछ
कासगंज पुलिस के हत्थे में आए आरोपी संकेत से जब पुलिस ने महिलाओं की आवाज़ में बात करवाई तो वो भी दंग रह गए। संकेत ने हूबहू महिला की आवाज़ और पुलिसिया रौब के साथ एक पुलिस अधिकारी से बात की। तब पुलिस अधिकारियों को भी समझ आया कि कैसे नौंवीं पास संकेत ने पूरे सिस्टम को हिला रखा था। आरोपी के खिलाफ इस तरह की ठगी के कई मामले दर्ज किए जा सकते हैं। फिलहाल यूपी की कासगंज पुलिस जबलपुर के इस नौवीं पास शातिर ठग से पूछताछ कर रही है।