मध्यप्रदेश में नगर निगम के महापौर और निकायों के अध्यक्ष व पार्षदों का मानदेय बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है।सोमवार को ये घोषणा खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। उन्होंने ये घोषणा भोपाल में आयोजित हो रहे महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों के सम्मेलन में प्रशिक्षण देते हुए की है। उन्होंने पार्षदों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, जनता किसके पास जाएगी? पार्षद के पास न, इसलिए महापौर और अध्यक्ष से बड़ी जवाबदारी तो पार्षद की है। मुख्यमंत्री और मंत्री अगर अच्छा काम कर पाएंगे तो पार्षदों की वजह से। इसलिए पार्षद धैर्य न खोएं। हम जनता के सेवक हैं इसलिए निराश न होना और उत्साह से भरे रहना।
मुख्यमंत्री ने बताया मूलमंत्र
मुख्यमंत्री ने महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों को कई टिप्स भी दी।उन्होंने कहा, हम अहंकार न लाएं, हमेशा विनम्र बने रहें। मुख्यमंत्री हो, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष या पार्षद सभी जनता के सेवक हैं। साथ ही सजग करते हुए बोले, किसी भी कागज पर बिना पढ़े लिखे हस्ताक्षर मत करना। नियम पढ़ो, प्रक्रिया पढ़ो और हर चीज पढ़कर करना।