उज्जैन: Ujjain News: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना और भक्ति का विशेष पर्व माना जाता है। इस दौरान भक्त विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। कहीं श्रद्धालु व्रत रखते हैं, कहीं जरूरतमंदों को भोजन कराते हैं तो कहीं मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है।
Ujjain News: इसी श्रृंखला में उज्जैन के प्राचीन जगदीश मंदिर में एक अद्भुत धार्मिक आयोजन देखने को मिला जहां सैकड़ों महिलाओं ने मिलकर सवा पांच लाख मिट्टी के शिवलिंग बनाने का संकल्प लिया है। स्थानीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रामेश्वर दास महाराज ने जानकारी दी कि सावन में भगवान शिव की आकृति बनाने का विशेष महत्व है। महिलाओं ने शिवलिंग निर्माण के इस अनुष्ठान की शुरुआत सावन के पहले सोमवार से की थी। अब तक करीब साढ़े तीन लाख शिवलिंग तैयार किए जा चुके हैं, जबकि शेष शिवलिंग पूर्णिमा तक तैयार कर लिए जाएंगे।
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Ujjain News: रामेश्वर दास महाराज ने बताया कि इन शिवलिंगों का निर्माण करने के बाद विधिवत पूजन-अर्चना की जाती है। पूजन के उपरांत इन शिवलिंगों को परंपरा के अनुसार पवित्र नदी में प्रवाहित किया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन मास में मिट्टी से भगवान शिव की आकृति बनाने से कष्टों का निवारण होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।