आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में बल्लीकुरवा के पास सत्यकृष्ण ग्रेनाइट खदान में रविवार सुबह चट्टानों का एक बड़ा हिस्सा ढह जाने से कम से कम छह श्रमिकों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। यह हादसा बल्लीकुरवा के पास सत्यकृष्ण ग्रेनाइट खदान में हुआ, जब एक चट्टान का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। पुलिस के अनुसार, हादसा सुबह करीब साढ़े 10 बजे उस समय हुआ जब 10 से 15 मजदूर खदान में काम कर रहे थे।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सभी पीड़ित ओडिशा के निवासी हैं। हमें संदेह है कि पानी रिसाव के कारण चट्टान खिसकी और हादसा हुआ। घटनास्थल पर कोई विस्फोट या भूकंपीय गतिविधि नहीं हुई थी। फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है।’’
हादसे के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया जिसमें खनन विभाग के अधिकारी भी पुलिस के साथ शामिल हुए।
ओडिशा के ब्रह्मपुर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गंजाम जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी की टीम बापटला के बल्लीकुरवा गई है ताकि मृतकों के शवों को वापस लाया जा सके।
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ओडिशा मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आंध्र प्रदेश में हुए हादसे में गंजाम जिले के दंड बड़त्या (पिता – अभिमन्यु बड़त्या), बनमाल चेहरा (पिता – भगवान चेहरा), भास्कर बिसोई (पिता – मगत बिसोई), संतोष गौड़ (पिता- पूज्य गौड़) और गजपति जिले के ताकुमा दलाई (पिता – कार्तिक दलाई), मूसा जान (पिता – नर्सू जान) की मौत पर शोक व्यक्त किया है।’’
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सीएमओ ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
गंजाम के जिलाधिकारी कीर्ति वासन वी ने बताया कि दिगपहांडी के सहायक तहसीलदार के नेतृत्व में एक टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है ताकि शवों को उनके मूल निवास स्थान तक लाया जा सके।
उन्होंने बताया, “मैंने बापटला जिलाधिकारी से बात कर हादसे और ओडिशा के घायल मजदूरों की स्थिति की जानकारी ली है।”
शव पोस्टमार्टम के बाद ओडिशा टीम को सौंप दिए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने कहा, “हमने शवों को ओडिशा लाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं।”
इस बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर शोक जताया।
नायडू ने एक विज्ञप्ति में कहा, “मैंने अधिकारियों से बात की है और उन्हें घायलों को सर्वोत्तम उपचार देने और हादसे के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।”
युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) प्रमुख वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने भी हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह अत्यंत हृदयविदारक घटना है।
ये मजदूर अपने परिवारों के लिए मेहनत करते हुए जान गंवा बैठे।”
रेड्डी ने सरकार से घायलों को समुचित चिकित्सा सुविधा देने और मृतकों के परिजनों को त्वरित सहायता प्रदान करने की अपील की।
ओडिशा सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि हादसे में कम से कम आठ ओडिया मजदूर घायल हुए हैं और उन्हें आंध्र प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि जब हादसा हुआ उस वक्त खदान में कम से कम 16 मजदूर काम कर रहे थे।
ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने भी हादसे में मजदूरों की मौत पर शोक जताया है।