राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को महाराष्ट्र सरकार से राज्य के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश से हुई तबाही का हवाला देते हुए व्यापक राहत और पुनर्वास उपायों को तत्काल लागू करने का आग्रह किया।
पवार ने एक बयान में कहा कि ‘पंचनामा’ (क्षति आकलन) प्रक्रिया को कठोर समय-सीमाओं तक सीमित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समय पर आकलन पूरा करना अक्सर “ऐसी अभूतपूर्व आपदाओं के दौरान असंभव” होता है।
उन्होंने कहा, “बाद में स्पष्ट होने वाले नुकसान – जैसे कि संरचनात्मक क्षति के कारण मकानों का ढह जाना या बाढ़ का पानी उतरने के बाद फसलों और पशुओं का प्रभावित होना – के लिए भी मुआवजे पर विचार किया जाना चाहिए।”
राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कई जिलों में स्थिति विकट बनी हुई है। हजारों लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि तत्काल वित्तीय सहायता के अलावा सरकार को दीर्घकालिक पुनरुद्धार और पुनर्वास योजना तैयार करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस योजना में फसलों की पुनः बुवाई, बागों का जीर्णोद्धार, बंजर हो चुकी भूमि को पुनः उपजाऊ बनाने और सिंचाई के बुनियादी ढांचे जैसे बांध, नहरें, कुएं और पम्पिंग प्रणालियों की मरम्मत के लिए विशेष सहायता शामिल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गाद निकालने और मृदा संरक्षण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।