सीतापुर जिले के महोली थाना क्षेत्र के आबादी वाले इलाकों में देखे गए बाघ को पकड़ने में रविवार शाम वन विभाग की टीम को आखिरकार कामयाब मिल गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) नवीन खंडेलवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नरनी गांव के पास गन्ने के खेतों से बाघ को पकड़ा गया।
वन अधिकारी ने बताया कि यह वही बाघ है जिसने 22 अगस्त को नरनी गांव के एक युवक को मार डाला था। तब से सतर्कता बरती जा रही थी।
इसके पहले 20 सितंबर को एक बाघिन को भी पकड़ा गया था।
डीएफओ ने बताया कि वन विभाग लगातार निगरानी कैमरों की मदद से बाघ का पता लगा रही थी और जिन इलाकों में बाघ की गतिविधि देखी गई थी, वहां चारा डाला गया था।
उन्होंने बताया कि आज शाम करीब साढ़े छह बजे वन विभाग की टीम ने बाघ को देखा और ट्रैंकुलाइजर गन की मदद से बेहेश कर उसे पिंजरे में डाल दिया गया।
खंडेलवाल ने बताया कि फिलहाल बाघ स्वस्थ है और निगरानी में रखा जाएगा। कल वन्यजीव टीम आगे की जांच और निरीक्षण के लिए आएगी और तय करेगी कि पकड़े गए जानवर के साथ क्या किया जाए।