1 जनवरी को अपने बच्चों को लेकर एक महिला मंदिर गई थी, जहाँ उसकी 7 वर्षीय एक बच्ची अचानक गुम हो गई और काफी खोजबीन के बाद भी जब वह नहीं मिली तो परिजन पुलिस के पास गए।
ये मामला chattarpur का है। इसमें बच्ची के गुम होने की घटना खजुराहो थाना क्षेत्र के पाहिल वाटिका तिराहा की है। गुमशुदगी की शिकायत गुमशुदा बच्ची के बौरा अहिरवार पिता ननुआ अहिरवार ने नजदीकी थाने में की। उसने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी कुवंर बाई अहिरवार तीन बच्चियों को लेकर मतंगेश्वर मंदिर खजुराहो आई थी, इसी दौरान उसकी लड़की काजल अहिरवार उम्र 7 वर्ष की पाहिल वाटिका तिराहा खजुराहो से कही गुम हो गई। इस फरियाद पर पुलिस ने भी अपराध क्र. 1/2023 धारा 363 ताहि कायम कर तत्काल विवेचना शुरू कर दी।
3 टीम गठित कर पुलिस ने खोजबीन शुरू की
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा व अति. पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह के निर्देशन और SDOP मनमोहन बघेल के मार्गदर्शन में त्वरित कार्यवाही करते हुये तीन टीमों का गठन किया गया।कार्यवाही के दौरान अपहर्ता कुमारी काजल अहिरवार उम्र 7 वर्ष की तलाश की गई और अपहर्ता की फोटो सोशल मिडिया एवं स्थानीय पत्रकारो के माध्यम से आमजन मानस में पहुँचाई गई।
48 घंटे में खोज लिए गुमशुदा बच्ची को
पुलिस के इस त्वरित प्रयास का नतीजा ये रहा कि 48 घंटे में 3 जनवरी को अपहर्ता काजल अहिरवार उम्र 7 वर्ष को खलक सिंह निवासी ग्राम कचरा थाना बमनौरा के माध्यम से दस्तयाव किया गया।
इस युवक की सजगता से मिली बच्ची
मामले में अहम भूमिका अदा करने पर खलक सिंह पिता शंकर सिंह उम्र 66 वर्ष निवासी ग्राम कचरा थाना बमनौरा की खूब सराहना भी हो रही है और उनका नाम असली हीरो हेतु नामांकित किया गया है। इस कार्यवाही में थाना खजुराहो के समस्त स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।