फाइलेरिया (Filaria) एक पैरासाइट डिजिट है जो कि धागे के समान दिखाई देने वाले निमेटोड कीड़ों (Nematode Worms) के शरीर में प्रवेश करने के कारण होता है। यह बीमारी दुनिया भर में विकलांगता और विरूपता बढ़ाने वाली सबसे बड़ी बीमारी भी है।
ऐसे में इस गंभीर रोग फाइलेरिया से ग्रसित करीब 12 लाख मरीजों के लिए Rewa जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। ये अभियान मंगलवार, 10 जनवरी से चलाया जाएगा। कलेक्टर मनोज पुष्प ने फाइलेरिया नियंत्रण अभियान के तैयारियों की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक दौरान उन्होंने इस अभियान से जुड़ी तैयारियों की जानकारी ली।
प्रशिक्षित कर्मचारी बूथों में करें तैनात: डीएम
इस दौरान कलेक्टर ने कहा है कि जिले के 5 विकासखण्डों के ग्रामीण क्षेत्रों में 10 फरवरी से दस दिवसीय फाइलेरिया अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान लगभग 12 लाख लोगों को फाइलेरिया नियंत्रण के लिए दवाएं दी जाएंगी। इसके लिए प्रशिक्षित कर्मचारी बूथों में तैनात करें। अभियान के प्रथम दो दिन 10 एवं 11 फरवरी को बूथ में ही लोगों को दवा खिलाने का प्रयास करें।
मॉनीटरिंग के लिए तैनात रहेंगे दल
महिला एवं बाल विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग इस अभियान में पूरा सहयोग देंगे। अभियान की मॉनीटरिंग के लिए जिला और विकासखण्ड स्तर पर निगरानी दल तैनात करें। अभियान में तैनात कर्मचारियों को विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण दें। अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं जिससे हर पात्र व्यक्ति को दवा खिलाई जा सके।
कहाँ और किन्हें खिलाई जाएगी दवाएं
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनएन मिश्रा ने अभियान के लिए की गई तैयारियों की विकासखण्डवार जानकारी ली। बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि रीवा जिले के सिरमौर, जवा, त्योंथर, नईगढ़ी तथा हनुमना विकासखण्डों के ग्रामीण क्षेत्रों में फाइलेरिया नियंत्रण की दवा दी जाएगी। यह दवा दो साल से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को दी जाएगी। गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं दी जाएगी। फाइलेरिया नियंत्रण के लिए एलवेंडाजोल की गोली, डीईसी गोली तथा आईबर मैक्टीन दवा दी जाएगी। तीनों दवाएं एक साथ दी जाएंगी। इन दवाओं को खाली पेट नहीं लेना है। ये दवाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
पहले बूथ फिर घर-घर खिलाई जाएंगी दवाएं
अभियान में 10 एवं 11 फरवरी को बूथ पर दवा खिलाई जाएगी। इसके बाद 13 से 17 फरवरी तक घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी। छूटे हुए व्यक्तियों को 20 फरवरी तक दवा दी जाएगी।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।