Singrauli जिले में 22 जनवरी को मध्यप्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान का दौरा प्रस्तावित है। CM के आगमन की पुष्टि के बाद यहाँ प्रशासन भी तैयारियों में जोर-शोर से जुट गया है। वहीं, एक खबर सामने आ रही है कि CM के आने की खबर से जिले के कई सरकारी अफसरों के हाथ-पाँव भी फूलने लगे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विभिन्न विभागों के ये ऐसे अफसर लोग हैं, जिनकी शिकायतों की कतार जिले से लेकर प्रदेश तक बनी हुई है और खासकर जनता से जुड़े मसलों, सरकारी योजनाओं आदि में अपनी मनमानी करने से ये लोग बाज नहीं आ रहे।
अन्य जिलों की तरह यहाँ भी गिर सकती है CM की कार्यवाही की गाज
सूत्रों का तो यह भी कहना है कि पिछले कुछ समय से CM शिवराज जिस तूफानी अंदाज में अक्सर जिलों के दौरे दौरान दिखते हैं वैसा ही कुछ नज़ारा Singrauli में भी देखने को मिल सकता है। यानि, जनता से जुड़े मसलों, सरकारी योजनाओं आदि में अपनी मनमानी करने वाले अफसरों में से किसी पर भी कार्यवाही की गाज भी गिर सकती है और इसीलिए CM के इससे पहले के जिलों के निरीक्षणों के फीडबैक को लेकर कई अफसर काफी चिंतित हैं।
CM तक पहुंची शिकायतों पर हो सकती है सुनवाई
सूत्रों का तो ये भी कहना है कि पिछले कुछ समय मे जिले के कई भाजपाइयों ने भी जिले में मनमानी करने वाले और उनकी बात नही सुनने वाले अफसरों की शिकायत CM से पहले ही की थी और अब संभवतः CM भी इन शिकायतों पर अमल भी कर सकते हैं।
इन मुद्दों से CM की रडार में आ सकते हैं अफसर
– जिले में रेत माफिया के भंवर जाल में फंसी रेत खदानों में अफसरों की मिलीभगत के आरोपों पर CM ले सकते हैं क्लास।
– रेत के उत्खनन के लिए नदियों में जिस प्रकार से खुलेआम मशीनें उतर रही हैं और स्थानीय लोगों को रोजगार नही मिल पा रहा है। ये शिकायतें नई नहीं है और ये शासन के नियमों और सरकार की मंशा के विपरीत है। इसलिए इस पर CM दौरे दौरान सुनवाई कर सकते हैं।
– राजस्व से जुड़े मसलों को लेकर जिले में परेशान होती जनता पटवारी, आरआई, तहसील, SDM कार्यालयों के चक्कर काटने को मज़बूर हैं और जनता की ये पीड़ा CM हेल्पलाइन समेत अन्य माध्यमों से भी CM तक पहुंचती रहती है। साथ ही इनके जिम्मेदार राजस्व के अधिकारियों की भी शिकायत। जिन पर CM संज्ञान ले सकते हैं।
– नशे के खिलाफ सरकार ने प्रदेशभर में भले अभियान चला रखा है लेकिन Singrauli जिले में हकीकत सरकारी दावों के विपरीत ही ज्यादातर बनी रहती है और इस पर CM पूंछतांछ कर सकते हैं।
– महापौर रानी अग्रवाल नगर निगम क्षेत्र के विकास से जुड़े मुद्दों को लेकर CM से मुलाकात कर DM फंड की मांग कर सकती हैं और कयास यह भी है कि वह निगमायुक्त की शिकायत भी कर सकती हैं।