उपेक्षा की राजनीति पर भारी पड़ी Singrauli के प्रथम नागरिक “रानी ” की जिम्मेदारी। दरअसल, Singrauli के बैढन में रविवार को देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश के मुखिया CM शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे, तो हेलीपैड पर रक्षा मंत्री के पहुंचते ही Singrauli नगर निगम की महापौर रानी अग्रवाल जो कि आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party) की प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं, वह रक्षा मंत्री का स्वागत करने जा पहुंची।
बाकायदा शिष्टाचार पूर्वक Singrauli की प्रथम नागरिक होने की जिम्मेदारी निभाते हुए उन्होंने रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत की। यह देखकर मौके पर मौजूद हर कोई चकित रह गया। क्योंकि नगर निगम क्षेत्र में ही हो रहे इस सरकारी कार्यक्रम में उन्हें न्यौता देकर बुलाया तक नहीं गया था। इसलिए वह इसके बाद वहाँ से वापस भी चली गईं।
जनता की चर्चा में भाजपाई व कार्यक्रम के सरकारी व्यवस्थापको पर उठे सवाल
ये पूरा मामला जल्द ही क्षेत्र में आग की तरह तेज़ी से फैल गया और शहर मेबेक बड़ी चर्चा का भी विषय बन गया। हाट-बाजार और नुक्कड़ में इकट्ठा लोगों के बीच इसकी चर्चा लोग कर रहे और भाजपा समेत प्रशासन के स्थानीय जिम्मेदारों पर भी सवाल खड़े करते रहे। हालांकि लोग यह भी कह रहे थे कि सरकारी अधिकारी करे भी तो क्या वह सत्ता पक्ष के दवाब में रहे होंगे। इसी कारण ये सरकारी कार्यक्रम सिर्फ पार्टी विशेष का कार्यक्रम बनकर रह गया।
इस प्रकार की होती रही चर्चाएं
महापौर द्वारा रक्षा मंत्री का इस प्रकार से स्वागत करने के इस घटनाक्रम की जानकारी जब शहर मर लोगो को हुई तो लोग तरह-तरख की चर्चाएं करने लगे। लोगों का कहना था कि उपेक्षा के इस दंश को दरकिनार कर इसके बाद भी महापौर श्रीमती अग्रवाल ने Singrauli नगर निगम क्षेत्र की प्रथम नागरिक होने का जिम्मा बखूबी निभाया है, उहोंने रक्षा मंत्री का न सिर्फ स्वागत किया है बल्कि Singrauli नगर निगम क्षेत्र की जनता के द्वारा उन्हें चुनकर महापौर के जिस संवैधानिक पर बैठाया गया है उस पद व जनता निर्णय का भी मान उन्होंने बढ़ाया है। उनका ये प्रयास गंदी राजनीतिक मंशा से हटकर एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के रूप में सामने आया है। जिससे सत्ता के मद में चूर भाजपाइयों को सीख लेनी चाहिए।