पूरे Madhya Pradesh पिछले कुछ दिनों से संविदा व आउटसोर्स बिजली कर्मी हड़ताल पर बैठे हैं। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में बिजली कर्मी सभी काम काज बंद करके बैठे हैं। जिससे प्रदेश बिजली व्यवस्थाएं भी अब तेज़ी से डगमगाने लगी हैं, लेकिन इसके बाद भी समर की ओर से कोई सुनवाई नही की जा रही है।
ऐसे में अब इन बिजली कर्मियों की हड़ताल को नगर सरकार की प्रमुख महापौर रानी अग्रवाल ने समर्थन देकर बड़ा बल दिया है। दरअसल, रानी अग्रवाल आम आदमी पार्टी की प्रदेशः उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और पार्टी से राज्य सभा के सांसद संजय सिंह तक पहुंचाकर निवेदन करेंगी कि वह Madhya pradesh के बिजली कर्मियों की 15 वर्षो से लंबित मांगो की जानकारी प्रधानमंत्री को दें। साथ ही मांग पर सुनवाई कराई जाए। इस आश्वासन से हड़ताली बिजली कर्मियों में भी खुशी की लहर व्याप्त है।
गौरतलब है कि Madhya Pradesh के राजनीतिक सियासत में पिछले दिनों नगर निगम का चुंकवके अपनी जोरदार उपस्थित दर्ज कराने वाले Singrauli के तार सीधे Delhi से जुड़े हुए हैं, तो जाहिर है कि इसका सीधा फायदा भी लेना चाहिए।
ये है हड़ताली बिजली कर्मियों की 2 सूत्रीय मांगें
संविदा संविदा अधिकारियों कर्मचारियों को स्थाई किया जाए। आउटसोर्स कर्मचारियों को मंडल कंपनी में संविलियन किया जाए और 20 लाख का बीमा किया जाए।
जिले मे यहाँ बैठे हैं हड़ताल पर
15 वर्ष पुरानी मांग को लेकर ये हड़ताल संविदा व आउटसोर्स बिजली कर्मियों के प्रदेशस्तरीय संगठनों से आव्हान पर यहाँ Singrauli में बैढन में पचखोरा स्थित 132 केवी लाइन सबस्टेशन परिसर में की जा रही है।
ये रहे शामिल
इस दैरान आप के जिलाध्यक्ष राजेश सोनी, वार्ड क्रमांक 24 एवं 32 के वार्ड पार्षद शिव कुमारी कुशवाहा, श्यामला वर्मा, वार्ड 35 के पार्षद जगत वर्मा, श्याम सुंदर विश्वकर्मा, जिला सचिव द्वितीय मिश्रा के साथ-साथ मध्य प्रदेश विद्युत अधिकारी कर्मचारी संघ के संरक्षक नरेंद्र मिश्रा, इंजीनियर टीके मोदी, जिलाध्यक्ष आउट सोर्स संघ के जिलाध्यक्ष मॉनेंद्र धर द्विवेदी, इंजीनियर विशाल आनंद, इंजीनियर प्रमोद राय, इंजीनियर राजीव रंजन, इंजीनियर जितेंद्र द्विवेदी, देवेंद्र सिंह, विकास सिंह परिहार, जेपी जायसवाल, पूजा जाटव और आउट सोर्स से महिला कर्मियों में ज्योति गुप्ता, कुसुम कली पनिका, आरती राय, शिवा दुबे, अर्चना गुप्ता, साधना मिश्रा, आशा कुशवाहा, इंजीनियर परसराम कुशवाहा समेत अन्य संविदा कर्मचारी व आउटसोर्स के सैकड़ों श्रमिक मौजूद रहे।