विकास यात्रा के नाम पर भाजपाईयों के द्वारा खुलेआम मनमानी की जा रही है। ये आरोप है Singrauli नगर निगम के वार्ड क्रमांक 24 की आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) से पार्षद शिवकुमारी कुशवाहा का। बाकायदा फेसबुक पर किये जा रहे लाइव के दौरान उन्होंने ये आरोप लगाए। इस दौरान मौके पर भाजपा (BJP) के सिंगरौली (Singrauli) विधायक रामलल्लू वैश्य और नगर निगम सिंगरौली के अध्यक्ष देवेश पांडेय समेत भाजपा के कई नेता व कार्यकर्ता भी मौजूद थे, ये सभी इस दौरान पार्षद के आरोपों पर सफाई तो देते रहे, लेकिन पार्षद उनसे हर बार ये सवाल करती रही कि क्या जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि महापौर को जानबूझ कर अनदेखा करना और इस प्रकार से अपमानित करना क्या सही है? इस सवाल का सीधा जवाब देने से भाजपाई बचते रहे।
दरअसल, बुधवार को सिंगरौली नगर निगम के वार्ड क्रमांक 24 में भाजपा की विकास यात्रा पहुंची थी। विकास यात्रा के अंतर्गत यहां नगर निगम द्वारा दो निर्माण कार्यों का शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम विकास यात्रा से जुड़ा था, इसलिए मौके पर शिलान्यास करने भाजपा के सिंगरौली विधायक और नगर निगम सिंगरौली के अध्यक्ष की मुख्य रूप से बुलाया गया था। इस दौरान वार्ड की पार्षद शिवकुमारी कुशवाहा भी अतिथि के रूप में शामिल होने पहुंची थी, लेकिन उन्होंने जब दोनों कार्यों के शिलान्याण वाले पत्थरों को देखा तो उसमें से एक नगर निगम सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल का नाम ही नहीं था, यह देखकर वह भड़क उठी। इसके बाद वार्ड पार्षद (आप), विधायक (भाजपा) और ननि अध्यक्ष (भाजपा) के बीच काफी देर तक खूब बहसबाजी हुई। ये पूरा घटनाक्रम फेसबुक पर लाइव चल रहा था।
क्या सीएम शिवराज हर कार्यक्रम में आते हैं, जो उनका नाम हर जगह लिखते हैं?
विकास यात्रा से जुड़े इस कार्यक्रम में मुख्य कार्य के बजाए चल रही बहसबाजी में जब आम आदमी की पार्षद के आरोपों का वहां मौजूद विधायक सिंगरौली व ननि अध्यक्ष जवाब देते हुये कहने लगे कि जब महापौर कार्यक्रम में आती ही नहीं है तो फिर उनका नाम क्यों रहेगा? इस पर आप पार्षद ने कहा, क्या सीएम शिवराज हर जगह कार्यक्रम में रहते हैं? जब नहीं रहते हैं तो फिर भी उनका नाम लिखा जाता है, तो फिर महापौर का नाम क्यों नहीं लिखा गया ?
जनता द्वारा चुनगी गई महापौर का अपमान, यानि जनता का अपमान
आप पार्षद ने यह आरोप भी आरोप लगाया कि विकास यात्रा में भाजपा की खुलेआम मनमानी चल रही है। जनता के द्वारा चुनी गयी महापौर का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योंकि महापौर को यहां की जनता ने चुना है और महापौर का अपमान कर भाजपाई जनता का अपमान कर रहे हैं। इसलिए यहां कोई शिलान्यास नहीं होगा।
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भाजपाई खुद ही बन गया पंडित
विकास यात्रा के इस कार्यक्रम में चल रही बहसबाजी के दौरान बीच में एक भाजपा कार्यकर्ता ने अचानक मनमानी तरीके से माइक छीना और खुद को पंडित बताकर शिलान्यास कराने लगा। जिस पर आप पार्षद विरोध करने लगीं और लगा कि कहीं कोई गंभीर स्थिति न निर्मित हो जाए। गनीमत रही कि उस भाजपा कार्यकर्ता को पीछे किया गया और स्थिति बेकाबू नहीं होने पायी।
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