Rewa News: सिंगरौली जिले के पुलिस विभाग में पूर्व में पदस्थ रहे एक सूबेदार को रीवा लोकायुक्त ने मंगलवार को रंगेहाथ पकड़ा है। साथ मे एक आरक्षक को भी पकड़ा गया है। लोकायुक्त ने सूबेदार व आरक्षक को 10 हजार 500 रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।
जारी जानकारी के मुताबिक, 10 हजार 500 रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ाए सूबेदार दिलीप तिवारी और आरक्षक चालक अमित सिंह बघेल हैं, जो वर्तमान में रीवा में यातायात थाना में पदस्थ हैं। इन दोनों को लोकायुक्त ने मार्तंड स्कूल तिराहा सिविल लाइन थाना के पास रंगेहाथ पकड़ा। सूबेदार दिलीप रीवा से पहले सिंगरौली जिले में पदस्थ थे।
मामले में ये थी शिकायत
इस मामले में फरियादी नवल किशोर रजक पिता गोमती प्रसाद रजक उम्र 35 वर्ष ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि 24 मार्च को उसकी बोलेरो पिकअप में कूलर लोड करके सीधी मझोली जा रही थी, तभी ढेकहा तिराहे पर चेकिंग के नाम पर गाड़ी पकड़ ली गई और गाड़ी को छोड़ने के एवज में 10 हजार 500 रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी। बातचीत के दौरान बड़ी मुश्किल से 10 हजार 500 रुपए में गाड़ी छोड़ने की बात हुई थी।
ऐसे लोकायुक्त ने पकड़ा
जब फरियादी सूबेदार को 28 मार्च को 10 हजार 500 रुपए की रिश्वत देने गया तो उसी समय ताक लगाई लोकायुक्त की टीम ने सूबेदार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
ये रही टीम
इस कार्यवाही में ट्रेपकर्ता अधिकारी जियाउल हक निरिक्षक, DSP प्रवीण सिंह परिहार व 2 पांच साक्षी सहित 12 सदस्यीय टीम शामिल रही।
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