Vidhansabha Election: भाजपा (BJP) की सिंगरौली (Singrauli) विधानसभा (Vidhansabha) सीट पर पिछले कई दशकों से एक तरफा कब्जा की हुई है, लेकिन भाजपा के कब्जे वाली ये सीट खतरे में है।
ये हम नहीं कह रहे बल्कि पिछले दिनों मीडिया रिपोर्ट्स में इस प्रकार की जानकारियां सामने आयी थी। इन रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि भाजपा व संघ के पिछले दिनों हुये सर्वे प्रदेशभर की आधा सैकड़ा से अधिक ऐसी विधानसभा सीटों पर भाजपा के लिए खतरा बढ़ गया है, जिन पर मौजूदा विधायक भाजपा के हैं और खतरे के निशान वाली इन्हीं विधानसभा सीटों में शामिल है सिंगरौली विधानसभा की सीट। ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या कारण है कि भाजपा का बड़ा ही मजबूत गढ़ खतरे में आ गया है?
Vidhansabha Election: भाजपा को खतरे में डालने वाले अपने ही!
परिक्षेत्र के सियासी गलियारे में ये चर्चा जोरों पर है कि भाजपा की सिंगरौली विधानसभा की सीट के खतरे में पड़ने की रिपोर्ट के बाद जिले के भाजपाईयों की टेंशन बढ़ गई है। वहीं, ये चर्चाएं भी चल रही हैं कि भाजपा की इस सीट के खतरे में पड़ने का कारण भी सत्ता के नशे में चूर खुद भाजपा के ही कुछ लोग हैं, जो अपने निजी स्वार्थ के चक्कर में अपनी पार्टी भाजपा की लुटिया डुबोने के कृत्यों से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके कारण जनता के बीच भारी अविश्वास की स्थिति निर्मित हो रही है और जनता भी ऐसे लोगों को चुनाव के समय सबक सिखाने की ठान रहे हैं।
Vidhansabha Election: जनता ही नहीं अपनों को भी उपेक्षित
सियासी गलियारे से जुड़े सूत्रों की माने, सत्तादल भाजपा के कुछ जनप्रतिनिधि इन दिनों सत्ता के नशे में इस कदर चूर हो गए हैं कि वह जनता से जुड़े कार्य करने के बजाए बहती गंगा में हाथ धोने में मशगूल है। साथ ही अपनों को उपकृत करने के लिए भी कोई कसर नहीं छोड़ते। इसी प्रकार से अपनी ही पार्टी से जुड़े समकक्ष नेताओं की उच्च स्तर पर शिकायते करके और उन्हें नीचा दिखाने जैसे कृत्य करके को मौका नहीं छोड़ते।
Vidhansabha Election: डैमेज कंट्रोल करने उतरा संघ
सूत्र सियासी चर्चाओ को लेकर ये भी बताते हैं कि सिंगरौली विधानसभा सीट पर मंडरा रहे खतरे की वजह से सिंगरौली परिक्षेत्र में डैमेज कंट्रोल करने संघ ने मोर्चा संभाल लिया है और सत्ता के नशे में चूर अपनी ही पार्टी के जनता के प्रतिनिधियों की कुंडली और अभी तक की उनकी गतिविधियों की रिपोर्ट कलेक्ट करने लगा है। साथ ही पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों पर भी पैनी नज़र बनाये हुए है। हालही में एक ऐसी ही गतिविधि को लेकर संघ ने नगर के एक अपने ही जनता से जुड़े प्रतिनिधि को सबक सिखाया है और कार्यकर्ताओं में गहरा रहे असंतोष के डैमेज को कंट्रोल करने का प्रयास किया।
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