Singrauli health: सिंगरौली जिले (Singrauli District) के चेहरा, जबडा एवं मुख कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ राज जायसवाल ने एक अलग तरह की सर्जरी (Surgery) करके बड़ा कमाल किया है। ये कमाल इसलिए भी कहने में कोई हर्ज नहीं होगा, क्योंकि जिले में यह इस प्रकार का पहला ऑपरेशन (Opration) है, जिसका डॉ राज जायसवाल दावा भी कर रहे हैं।
दरअसल, एक दहला देने वाले हादसे के दौरान एक युवक के मुंह का निचला हिस्सा कट गया था और जबड़े का निचला हिस्सा इस तरह से कटा था कि बाहर से जबड़े की पूरी स्किन कटकर अलग हो गई थी। मात्र युवक के गले के भीतर की मास से उसके जबड़े का निचला हिस्सा और जो भी जुड़ी हुई थी। इसके कारण युवक का निचला जबड़ा और जीभ दोनों ही नीचे की तरफ लटक गई। जाहिर है ये बात सुनने में ही जिस प्रकार से दिल को दहला देने वाली प्रतीत होती है तो इस मंज़र से पीड़ित युवक की क्या हालत रही होगी? अंदाजा लगाया जा सकता है।
इस सर्जरी से डॉ राज ने न सिर्फ अरविंद की जान बचाई है बल्कि उसे नई जिंदगी भी दी है। इसके अलावा इससे परिक्षेत्र के लोगों को एक नई उम्मीद भी मिली।
Singrauli health: कब की घटना और कब ऑपरेशन हुआ?
जानकारी के अनुसार ये घटना 21 जून की है और इसके हताहत को जब चेहरा, जबडा एवं मुख कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ राज जायसवाल के पास ले जाया गया तो वह खुद मरीज की गंभीर हालत देखकर चीक उठे। उन्होंने मरीज की मौजूदा स्थिति चैक की तो पता चला कि उसका ब्लड प्रेशर काफी लो गया है और सैचरेशन भी मंदन नहीं तो पाता है। इन हालात में मरीज की जान पर भी खतरा रहता है। इसलिए उन्होंने मरीज को बैढन स्थित सिंगरौली हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराकर उसका प्राथमिक उपचार शुरू कराया। इसके बाद जब मरीज का ब्लड प्रेशर सेचुरेशन समेत अन्य चीजें मेंटन होने लगी. तो फिर उन्होंने 23 जून को उसके ऑपरेशन किया। सर्जरी के बाद युवक अरविंद प्रजापति अब खतरे से बाहर बताया जा रहा है और फिलहाल लाकर थोड़ी बात कर करता है, लेकिन डॉ राज बताते हैं कि धाव पूरी तरह से भरने के बाद वह पहले की तरह ही बात कर सकेगा।
Singrauli health: चार घंटे तक चली सर्जरी
इस बड़ी सर्जरी को लेकर अपने अनुभव डॉ राज साझा किए हैं। उन्होंने बताया कि इस सर्जरी में उन्हें लगभग 4 घंटे का लगातार समय लगा। इस सर्जरी में उन्होंने पहले तो युवक के जीधी के नीचे के मास (फ्लोर ऑफ माउथ) को जोड़ा। इसके बाद उसके ऊपर जीभ को सेट किया और फिर जबड़े को जोड़ा। इसके बाद गाल के मास को भी जोड़कर हम सर्जरी को पूरा किया। डॉ. राज बताते हैं कि इस सर्जरी के इन स्टेप्स को बताना आसान है लेकिन करना उतनी ही मुश्किल है।
Singrauli health: सिंगरौलीवासियों को मिला नया ऑप्शन
इस सर्जरी से डॉ राज ने न सिर्फ अरविंद की जान बचाई है बल्कि उसे नई जिंदगी भी दी है। इसके अलावा इससे परिक्षेत्र के लोगों को एक नई उम्मीद भी मिली है कि लोगो अब ऐसी सर्जरी कराने के लिए जिले के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और जिले में ही ऐसी बड़ी सर्जरी कम खर्चे में हो सकती है।
Singrauli health: बाहर से काफी कम खर्चे में जिले में ही सर्जरी
जानकारी के मुताबिक, अरविंद के जबड़े की सर्जरी से लेकर दवाओं और अस्पताल का पूरा खर्च मिलाकर करीब 80 हजार रूपये तक खर्च पहुंच रहा है। जबकि जिले से बाहर बनारस लखनऊ, जबलपुर, दिल्ली, नागपुर या बड़े शहरों में ऐसी सर्जरी करने पर वहां सर्जरी व दवाओं का ही खर्चा लाखों में पहुंच जाता है। इसके अलावा आने जाने और वहाँ पर मरीज के परिजन के रहने-खाने आदि का ख़र्च मिलाकर पूरा खर्चा कितना पहुंचेगा ये आसानी से समझा जा सकता है। इसलिए बाहर के बजाए जिले में ही ऐसी सर्जरी कराना फायदेमंद कहना गलत न होगा।
ये भी पढ़िए-
MP Health News: MP में कुल कितने जिला अस्पताल संचालित हैं?; जानिए इस खबर में