Singrauli News: सिंगरौली जिले में स्थित रिलायंस कोल माइंस (Reliance Coal Mines) के द्वारा विस्थापितों के बच्चों के लिए जो स्कूल संचालित है, उसका निरीक्षण महापौर रानी अग्रवाल (Mayor Rani Agarwal) ने किया और स्कूल की हालत देखकर वह नाराज हुई।
ये स्कूल कृष्ण विहार कॉलोनी में है और शनिवार को इस कालोनी का औचक निरीक्षण महापौर रानी अग्रवाल (Mayor Rani Agarwal) ने देखा कि स्कूल में पढ़ने करने वाले छात्रों को आजतक न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही स्कूल में कमरों की व्यवस्था है। एक बेंच जिस पर 3 छात्रों को बैठने की क्षमता रहती है, उस बेंच पर 7-7 छात्रों को बैठाया जा रहा है। 11वीं में पढ़ने वाले छात्रों के लिए मात्र एक विषय कॉमर्स है जबकि गणित और बायोलॉजी की भी जरूरत है। विस्थापित परिवार के बच्चों का स्कूल में दाखिला के लिए काफी समस्या देखने को मिली, जबकि उन सभी बच्चों के अभिभावक रिलांयस कंपनी के विस्थापित हैं।
महापौर (Mayor Rani Agarwal) ने कालोनी के निरीक्षण दौरान वहाँ की स्कूल व अस्पताल का भी निरीक्षण की। ये रिलायंस कोल माइंस एवं कोल कन्वेयर से प्रभावित परिवारों के लिए बनाया गया है।
ये है विस्थापितो के स्वास्थ्य केंद्र की
महापौर (Mayor Rani Agarwal) ने रिलायंस कंपनी के द्वारा बनाये गए विस्थापित परिवारों के लिए बनाये गये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी जायजा लिया, जिसमें एक डॉक्टर हैं, जो कि चार स्वास्थ्य केंद्रों को देखने की उनको जिम्मेदारी दी गई है, ऐसे में कोई भी डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थाई रूप से पदस्थ नहीं हैं। लैब टेक्नीशियन के बात की जाये तो वहां पर कोई भी नियमित रूप से कोई भी लैब टेक्नीशियन पदस्थ नहीं हैं। कोल माइंस एवं कोल कन्वेयर से प्रभावित विस्थापित परिवार के लिए बनाई आर एंड आर कॉलोनी में आज तक न तो रोड बनी है न ही नाली का निर्माण कराया गया है। बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं की गई है।
जरूरत पड़ी तो विस्थापितों के साथ सड़क पर उतरेंगे
रिलायंस द्वारा निर्मित कॉलोनी की जनता काफी त्रस्त हैं, जबकि रिलायंस कंपनी एवं जिला प्रशासन को ऐसे गंभीर मुद्दों पर तत्काल ध्यान देना देते हुए समस्या का समाधान किया जाना चाहिये। यदि विस्थापित परिवारों के साथ इस तरह से अन्याय होता रहा है तो निश्चित ही हम विस्थापित परिवारों के साथ उतरेंगे।
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