Tech news: जैसे आप घर पर बिना इंटरनेट के टीवी चैनलों (TV channels) का आनंद लेते हैं, वैसा ही आनंद आप अपने मोबाइल फोन (Mobile phone) पर भी ले सकते हैं। यह संभव होगा डायरेक्ट टू मोबाइल यानी डी2एम तकनीक (D2M technology) के जरिए। यह तकनीक d2h के समान है।
आप बेहद कम कीमत पर ओटीटी कंटेंट देख पाएंगे, वो भी बिना किसी डेटा चार्ज के। केंद्रीय दूरसंचार विभाग (Central Department of Telecom), सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) ने इसके लिए काम शुरू कर दिया है। टीम अगले सप्ताह दूरसंचार ऑपरेटरों के साथ इस तकनीक की व्यवहार्यता पर चर्चा करेगी।
मोबाइल ऑपरेटरों को समझाना एक बड़ी चुनौती है, मोबाइल ऑपरेटर विरोध कर सकते हैं, क्योंकि D2M से उनके डेटा राजस्व पर असर पड़ना तय है। उनका 80% ट्रैफिक वीडियो से आता है।
कैसे काम करेगी D2M तकनीक?
यह ब्रॉडबैंड और प्रसारण का एक संयोजन है। D2M वही तकनीक है जो FM रेडियो को मोबाइल तक प्रसारित करती है। फ़ोन का रिसीवर रेडियो फ़्रीक्वेंसी उठाएगा. इसके लिए 526-582 मेगाहर्ट्ज बैंड का इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही है। यह बैंड वर्तमान में टीवी ट्रांसमीटरों के लिए उपयोग किया जाता है।
2026 तक देश में 100 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स होंगे
देश में फिलहाल 21 से 22 करोड़ घरों में टीवी हैं। दुनिया में स्मार्टफोन के 800 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं, जो 2026 तक 1000 मिलियन हो जाएंगे। इसलिए सरकार फोन को ज्यादा लोगों तक टीवी कंटेंट भेजने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म मान रही है। सरकार इसके जरिए शिक्षा और आपातकालीन सेवाओं का प्रसारण करना चाहती है.
क्या बहुत सी सामग्री मुफ़्त होगी?
पिछले जून में, आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) ने देश में डी2एम ट्रांसमिशन और 5जी कन्वर्जेंस रोडमैप पर एक श्वेत पत्र प्रकाशित किया था। इसमें कहा गया है कि प्रसारक डी2एम नेटवर्क से क्षेत्रीय टीवी, रेडियो, शैक्षिक सामग्री, आपातकालीन चेतावनी प्रणाली, आपदा सूचना, वीडियो और डेटा-संचालित ऐप्स वितरित करने में सक्षम होंगे। ये ऐप्स बिना इंटरनेट के चलेंगे और इनकी कीमत भी कम होगी।
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