Crime News: नोएडा (Noida) से 200 करोड़ की एफडी मामले की जांच में सीएफओ की लिप्तता सामने आ रही है। इसके लिए अधिकारियों ने सीईओ, सीएफओ मनोज कुमार सिंह (CFO Manoj Kumar Singh) को बर्खास्त (sacked) करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में उन्होंने इस प्रकरण पर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है।
संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्राधिकरण की ओर से उनके निलंबन की संस्तुति करते हुए विभागीय कार्यवाही के लिए शासन को भेज दिया जाएगा। बता दे इस मामले में प्राधिकरण की ओर से ये पहली कार्यवाही है। वहीं बैंक ऑफ इंडिया की ओर में जमा की गई 200 करोड़ रुपए प्राधिकरण को वापस मिल गए है। बैंक की ओर से इस राशि पर ब्याज का भुगतान करने के लिए भी आश्वासन दिया गया है।
यदि उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो प्राधिकारी उन्हें निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा सरकार से करेंगे। साथ ही बैंक ऑफ इंडिया में जमा 200 करोड़ रुपये अधिकारियों को लौटा दिए गए हैं। बैंक ने इस रकम पर ब्याज भी देने का आश्वासन दिया है।
मामले की जांच में शुरू से ही सीएफओ पर संदेह
यूनियन बैंक, केनरा बैंक ने सबसे ज्यादा ब्याज दर दी है. पहले तो बैंक ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने मना कर दिया लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने 7.66% ब्याज दर पर एफडी की पेशकश की। बाद में उसी दिन बैंक के प्रतिनिधि बनकर आये लोगों को धोखेबाज करार दिया गया। मामले की जांच में शुरू से ही सीएफओ पर संदेह था। इतना ही नहीं, जालसाज के साथ सारा पत्राचार सीएफओ के माध्यम से ही किया गया था। यह अनजाने में किया गया या जानबूझकर, जवाब आने के बाद ही पता चलेगा।
ये भी पढ़िए- Crime News: छात्रावास में मासूम से दुष्कर्म, आरोपी फरार