Singrauli Election news: सिंगरौली विधानसभा सीट (Singrauli Assembly seat) में कांग्रेस द्वारा चुनी गई कैंडिडेट रेणु शाह (Renu Shah) का विरोध जारी है। अब सिंगरौली विधानसभा सीट (Singrauli Assembly seat) के लिए कांग्रेस कैंडिडेट (Congress candidate) चुनने पर पुनर्विचार किये जाने की मांग उठने लगी है।
स्थिति ये है कि सिंगरौली जिले (Singrauli district) के चारों केन्द्रीय श्रमिक संगठनों इंटक, एकट, एचएमएस व सीटू का संयुक्त मोर्चा भी अब कांग्रेस के चुने गए कैंडिडेट के विरोध में उतर गया है। इसे लेकर गुरूवार को जिला मुख्यालय बैढन (district headquarters waidhan) में संयुक्त मोर्चा के द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस (press conference) आयोजित की गई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त मोर्चा ने सिंगरौली विधानसभा (Singrauli Assembly) से कांग्रेस का प्रत्यासी चुनने के निर्णय पर सवाल उठाया है और कई आरोप भी लगाए।
संयुक्त मोर्चा के द्वारा टिकट के लिए प्रस्तावित इंटक के जिलाध्यक्ष (INTUC District President) बिरेन्द्र सिंह बिष्ट (Birendra Singh Bisht) के नाम पर मुहर न लगाने पर नाराजगी जाहिर की गई। कांग्रेस नेतृत्व के इस निर्णय को संयुक्त मोर्चा ने जिले के मजदूर वर्ग की उपेक्षा वाला कृत्य बताया है।
लगातार चुनाव हारने पर भी कांग्रेस ने दिया टिकट?-
बिष्ट ने कहा है कि कांग्रेस ने जिसे प्रत्यासी चुना है, उसने लगातार पिछले तीन चुनावों में हार का सामना किया है, लेकिन इसके बाद भी पार्टी नेतृत्व पता नहीं क्यों बार-बार उन्हें टिकट दे रहा है? बिष्ट ने ये भी कहाकि पार्टी के जिस सर्वे की रिपोर्ट दिल्ली (Delhi) भेजी गई थी, उसमें वह टॉप में थे, लेकिन दिल्ली में पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि फिर से उसी कैडिडेट को टिकट दे दिया गया, जो लगातार हार रही हैं। इसलिए पार्टी नेतृत्व से ये मांग की जा रही है कि वह सिंगरौली विधानसभा (Singrauli Assembly) के लिए कैडिडेट चुनने के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।
इसलिए बिष्ट हैं सही कैंडिडेट-
इस दौरान एचएमएस नेता एमपी अग्निहोत्री (HMS leader MP Agnihotri) ने कहाकि सिंगरौली औद्योगिक जिला है, इसलिए इन उद्योगों में कार्य करने वाले मजदूरों की यहां काफी बड़ी तादात है, लेकिन इन मजदूरों के हितों से जुड़े मसले को लेकर आज तक कोई विधायक आगे नहीं आया। इसीलिए मजदूरों के बीच से एक कैंडिडेट बिष्ट को चुनकर सिंगरौली विधानसभा (Singrauli Assembly) से टिकट की मांग कांग्रेस से की गई थी, क्योंकि कांग्रेस बड़ी व सबसे पुरानी पार्टी है, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व (Congress leadership) ने जिले के मजदूरों की उपेक्षा की। जिससे मजदूर वर्ग आहत है और फिर से टिकट देने के निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग संयुक्त मोर्चा द्वारा की जा रही है। अगर कुछ दिनों के भीतर कोई निर्णय पार्टी नहीं लेती है, तो फिर संयुक्त मोर्चा अपने कैडिडेट को लेकर फैसला लेगा।
इसलिए टिकट पर पुनर्विचार की आवश्यकता-
सीटू के श्रमिक नेता अशोक धारी (CITU labor leader Ashok Dhari) और सीपीआई के संजय नामदेव (Sanjay Namdev) ने कहाकि पूरे मजदूर वर्ग को कांग्रेस से बड़ी उम्मीद थी कि वह श्री बिष्ट को टिकट देकर जिले में टिकट बंटवारे में नया प्रयोग करेगी। जिससे मजदूर वर्ग के साथ-साथ जन सामान्य के बीच भी पार्टी के इस निर्णय का अच्छा प्रभाव पड़ेगा, लेकिन कांग्रेस के टिकट बंटवारे को देखकर लग रहा है कि कांग्रेस, मजदूरों की उपेक्षा कर रही है। फिर भी संयुक्त मोर्चा कांग्रेस की ओर उम्मीद लगाकर देख रहा है कि कांग्रेस सिंगरौली विधानसभा (Singrauli Assembly) के टिकट बंटवारे (ticket distribution) पर पुनर्विचार करें।
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