Railway News: सावन का पावन दौर शुरू होने वाला है और इस दौरान हर जगह की तरह सिंगरौली–सोनभद्र से प्रतिदिन बड़ी तादात में कांवरिए देवघर के लिए जाते हैं और इसके लिए पूर्व मध्य रेल जोन ने अपने सभी बड़े रेलवे स्टेशनों को मेला स्पेशल ट्रेन की सौगात दी है, लेकिन सिंगरौली–सोनभद्र इससे वंचित है।
ऐसे में हर किसी के जहन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर को क्यों सिंगरौली–सोनभद्र को देवघर जाने वाली मेला स्पेशल ट्रेन की सौगात नहीं मिली? दरअसल, पूर्व मध्य रेल जोन हाजीपुर के सभी रेल मंडलों धनबाद, पं. दीनदयाल उपाध्याय, सोनपुर, समस्तीपुर और दानापुर के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से प्रतिदिन देवघर के लिए एक या अधिक ट्रेनें चलेंगी। पूमरे ने श्रावणी मेला स्पेशल ट्रेनों को 21 जुलाई से 21 अगस्त और जरूरत पड़ने पर उसके बाद भी मेला स्पेशल ट्रेन चलाए जाने के लिए स्टेशन, रूट, तिथि व समय तथा ट्रेन का निर्धारण कर दिया गया है।
लेकिन, सैकड़ों स्पेशल ट्रेनों की घोषणा के बाद अब तक एक भी ट्रेन सिंगरौली और सोनभद्र के शक्तिनगर, चोपन से चलने की घोषणा नहीं हुई है।
बता दें कि सिंगरौली–सोनभद्र के स्टेशनों से हर दिन सैकड़ों कांवरियां बाबाधाम देवघर के लिए रवाना होते हैं। उनके लिए कई वर्षों से एक ही ट्रेन पटना सिंगरौली चल रही है, वह भी पटना तक, उसके बाद यहां से जाने वाले श्रद्धालुओं को दूसरी ट्रेन या अन्य साधनों से देवघर पहुंचना होगा। वैसे अधिकांश कांवरिया सुल्तानगंज से पदयात्रा करते हुए बाबा के दरबार में पहुंचते हैं। कई कांवरिया पदयात्रा नहीं कर सकते, उनके लिए सिंगरौली से सीधे देवघर तक साप्ताहिक ट्रेन भी चलाई जानी चाहिए।
अभी तक के प्रयास नहीं हुए सफल
जानकारी के अनुसार, इस मांग के लिए सैकड़ों लोग अब तक ईसीआर, डीआरएम धनबाद और संबंधित रेलवे के अधिकारियों तक अपनी मांग विभिन्न माध्यमों से भेज चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी प्रकार का सकारात्मक जवाब नहीं आया है। सिंगरौली से प्रतिदिन चलने वाली ट्रेन अन्य यात्रियों से ही फुल रहती हैं। हर दिन 400 से 500 कांवरिया इस ट्रेन में अतिरिक्त यात्री के रूप में सवार होंगे। फिर इस ट्रेन में सुखद यात्रा कैसे की जा सकती है। स्लीपर कोच के यात्रियों को भी समस्या से गुजरना पड़ता है।
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