दुष्कर्म के मामले में आरोप पीड़िता के मामा के दामाद यानी जीजा पर है। नाबालिग ने 25 नवंबर को 4 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर कराई। इनमें मामा, उसकी बेटी, दामाद और एंबुलेंस ड्राइवर शामिल हैं। 27 नवंबर को जीजा और एंबुलेंस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, मामा और उसकी बेटी की तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक, 22 नवंबर को 108 जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस के ड्राइवर पंडित को हनुमना थाना इलाके के लासा गांव से मरीज लेने के लिए कॉल आया। पंडित एंबुलेंस लेकर निकला तो उसका दोस्त राजेश केवट और उसकी पत्नी मंजू केवट भी साथ हो लिए। लासा गांव में ही मंजू का मायका है। पीड़िता ने एफआईआर में बताया है कि 22 नवंबर की शाम मामा रामायण केवट की छोटी बेटी मंजू मेरे पास आई और अपने घर चलने के लिए कहा। मैं उसके साथ चली गई। वहां एक एंबुलेंस खड़ी थी। इसमें मामा रामायण केवट, उनकी बड़ी बेटी मनीषा, दामाद राजेश और ड्राइवर पंडित बैठे थे। मंजू ने अपनी दीदी मनीषा की ननद के घर घूमने जाने की बात कही। मैं तैयार हो गई। मैं और मंजू एंबुलेंस में पीछे की सीट पर बैठे जबकि जीजा राजेश और मामा रामायण ड्राइवर पंडित के पास आगे बैठ गए। थोड़ी दूर पहुंचकर मंजू पानी लेने की बात कहकर एंबुलेंस से उतर गई। जीजा राजेश पीछे आकर मेरे पास बैठ गए।
ड्राइवर एंबुलेंस को पहाड़ी की तरफ ले गया। रातभर में राजेश ने मेरे साथ तीन बार दुष्कर्म किया। सुबह करीब 5 बजे तीनों मुझे घर के पास छोड़कर चले गए। मैंने अपनी मां को इस बारे में बताया, तब उन्होंने लोक-लाज के डर से चुप रहने को कहा। हिम्मत करके 25 नवंबर को थाने पहुंचकर एफआईआर कराई।
हनुमना थाना प्रभारी अनिल काकड़े ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज कर राजेश केवट और एंबुलेंस ड्राइवर पंडित को गिरफ्तार कर लिया है। रामायण और मंजू की तलाश की जा रही है।