Singrauli breaking News: मिनीरत्न NCL में CBI को मिला भर्ती घोटाला मिला है और CBI जबलपुर इसे लेकर एक्शन मोड में भी आ गई है। साथ ही दो लोगो पर FIR भी CBI दर्ज की है।
दरअसल, मिनीरत्न NCL में एचईएमएम ऑपरेटर (प्रशिक्षु) भर्ती से संबंधित शिकायत के सत्यापन के दौरान, जो कि अनीता वैश्य, जिला अध्यक्ष, महिला मोर्चा, आम आदमी पार्टी जिला-सिंगरौली (म.प्र.) द्वारा की गई शिकायत की गई थी उसकी जांच में CBI को यह पता चला है कि मिनीरत्न NCL में माइनिंग सरदार टीएंडएस ग्रेड-सी की भर्ती में भी घोटाला हुआ था।
अहम बात ये है कि मिनीरत्न NCL में ये घोटाला CBI ने बाकायदा शिकायत की जांच कर पाया है। ये शिकायत आम आदमी पार्टी सिंगरौली की अनिता वैश्य ने की थी।
इस CBI से की गई इस शिकायत में अनिता वैश्य ने आरोप लगाया गया था कि चार्ल्स जस्टर, जो कि मिनीरत्न NCL के तत्कालीन महाप्रबंधक (पी/रिक्रूटमेंट) स्केल ई-8 और हर्षवर्धन मिश्रा, प्रबंधक (पी/रिक्रूटमेंट), स्केल ई-5 ने 2020 से 2021 की अवधि के दौरान मुख्यालय, एनसीएल, सिंगरौली (मप्र) में अपने पदीय क्षमता में कार्य करते हुए माइनिंग सरदार, टीएंडएस, ग्रेड-सी के 88 पदों पर भर्ती के मामले में एक-दूसरे और अन्य अज्ञात अधिकारियों और निजी व्यक्तियों के साथ आपराधिक षड्यंत्र किया, अपने पद का दुरुपयोग करते हुए स्वयं और अन्य मिनीरत्न एनसीएल के अधिकारियों और अज्ञात अन्य लोगों के लिए अवैध लाभ प्राप्त करने के लिए प्रबंधित परीक्षार्थियों को अनुचित लाभ पहुंचाया और इस तरह उक्त भर्ती प्रक्रिया में योग्य उम्मीदवार को रोजगार देने से इनकार कर दिया।
CBI से की गई शिकायतों में से ये हैं कुछ शिकायतें
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मिनीरत्न NCL ने रोजगार अधिसूचना संदर्भ संख्या एनसीएल/मुख्यालय/पीडी/मैनपावर/डीआर/2019-20/145 दिनांक 07.02.2020 के तहत 88 माइनिंग सरदार टीएंडएस, ग्रेड-सी के पद के लिए भारतीय नागरिकों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे।
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शिकायत में आगे आरोप लगाया गया है कि मिनीरत्न NCL में उक्त पद के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता डीजीएमएस, कोयला खान विनियमन 2017 के अनुसार थी, अर्थात किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिकुलेट या समकक्ष या माइनिंग इंजीनियरिंग में 3 साल का डिप्लोमा, साथ ही डीजीएमएस द्वारा जारी वैध माइनिंग सरदार प्रमाण पत्र, वैध गैस परीक्षण प्रमाण पत्र, वैध प्राथमिक चिकित्सा प्रमाण पत्र और वैध ओवरमैन प्रमाण पत्र।
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कुल 4594 उम्मीदवारों ने माइनिंग सरदार के पद के लिए आवेदन किया था, जिसमें से 3539 उम्मीदवार 08.11.2020 को सोनभद्र, वाराणसी, सिंगरौली और जबलपुर नामक परीक्षा केंद्रों पर आयोजित उक्त लिखित परीक्षा में उपस्थित हुए।
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शिकायत में आगे आरोप लगाया गया है कि माइनिंग सरदार के पद के लिए अधिकतम अंक 100 थे और न्यूनतम कट ऑफ अंक सामान्य और ईडब्ल्यूएस के लिए 50 और एससी/एसटी/ओबीसी-एनसीएल/ईएसएम के लिए 40 थे।
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि माइनिंग सरदार के पद के लिए प्रश्न पत्र की तैयारी एनसीएल सिंगरौली के अधिकारियों द्वारा की गई थी, अर्थात् श्री के.पी. शर्मा, मुख्य प्रबंधक (खनन/सुरक्षा) ने सेक्शन-ए के 70 प्रश्न तैयार किए थे, जिसमें एमसीक्यू तकनीकी प्रश्न शामिल थे और श्री हर्षवर्धन मिश्रा ने सेक्शन-बी के 30 एमसीक्यू प्रश्न तैयार किए थे।
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शिकायत में आगे आरोप लगाया गया है कि अनुमोदित सामान्य एसओपी के अनुसार लिखित परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम को संबंधित कार्यात्मक निदेशक द्वारा अनुमोदित किया जाना था। हालाँकि, वर्तमान मामले में लिखित परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम एनसीएल की वेबसाइट पर 05.10.2020 को सक्षम अनुमोदन से पहले 03.10.2020 को प्रकाशित किया गया था, जो कि खनन सरदार के पद के लिए मिनीरत्न NCL द्वारा प्रकाशित भर्ती अधिसूचना के लिए सामान्य एसओपी के पैरा 7 (बी) (आई) का उल्लंघन था।
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मिनीरत्न NCL की इस भर्ती प्रक्रिया में उक्त परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा तिथि से एक दिन पूर्व एक होटल में वाराणसी केन्द्र के अभ्यर्थियों को बेचा गया था, जिसमें चयनित 88 अभ्यर्थियों में से 65 अभ्यर्थी वाराणसी केन्द्र के थे।
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शिकायत में आगे आरोप लगाया गया है कि उक्त परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंक असामान्य रूप से अधिक हैं, अधिकतम 100 अंकों में से 90 या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की संख्या असामान्य रूप से अधिक है तथा उनमें से कुछ का शैक्षणिक रिकॉर्ड औसत से भी कम है।
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मिनीरत्न NCL की इस भर्ती प्रक्रिया में शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का दस्तावेज़ सत्यापन 14.12.2020 से 18.12.2020 और 08.01.2021 से 09.01.2021 तक किया गया और सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, 88 चयनित उम्मीदवारों की सूची और एक अलग सूची जारी की जाएगी।