बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी
जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान मानकुअर कुशवाहा (उम्र लगभग 28 वर्ष) और उनकी बेटी करिश्मा कुशवाहा (उम्र 10 वर्ष) के रूप में हुई है। हादसे के वक्त तीनों खेत में काम कर रहे थे, तभी अचानक मौसम ने करवट ली और तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी, जिसकी चपेट में तीनों आ गए।
इस हादसे में मां और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मानकुअर के पति मनप्यारे कुशवाहा गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों और परिजनों में मातम छा गया। पीड़ित परिवार को देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
घटना के बारे में मृतकों के परिजन प्रहलाद कुशवाहा ने बताया,बारिश शुरू होते ही खेत में बिजली गिरने की तेज आवाज आई। जब पहुंचे तो मां-बेटी बेसुध पड़ी थीं और जीजा बुरी तरह झुलस गए थे। अस्पताल में भर्ती है, हम सब सदमे में हैं।
सरसेड़ गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो महिलाएं झुलसीं, आधा दर्जन बकरियों की मौत
थाना हरपालपुर क्षेत्र अंतर्गत सरसेड़ गांव में शनिवार को बारिश के दौरान गिरी आकाशीय बिजली ने कहर बरपाया। इस हादसे में जहां दो महिलाएं झुलस गईं, वहीं करीब छह बकरियों की मौके पर मौत हो गई।घटना उस समय हुई जब गांव की द्रौपती यादव पत्नी मगन यादव और राजपति यादव पत्नी शैलेंद्र यादव तेज बारिश के दौरान अपनी बकरियों को बचाने के लिए बाड़े में बांध रही थीं। उसी दौरान गरज और चमक के साथ आकाशीय बिजली छत पर गिर गई, जिसकी चपेट में दोनों महिलाएं और वहां मौजूद बकरियां आ गईं।
घायल महिलाएं फिलहाल खतरे से बाहर हैं और उनका प्राथमिक उपचार किया गया है। वहीं छह बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही थाना हरपालपुर पुलिस मौके पर पहुंची और बकरियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं गांव के कामता आदिवासी ने बताया कि तेज बारिश के दौरान कुछ बकरियां पास ही एक पेड़ के नीचे खड़ी थीं, तभी तेज आवाज के साथ बिजली गिरी और उनकी भी मौके पर मौत हो गई।