बता दें कि, वो तो गनीमत थी कि, जिस घर में तेंदुआ घुसा था। वहां सभी लोगों ने तत्काल ही सूझबूझ का उदाहरण दिया और भागकर घर से बाहर निकल आए। यही नहीं, बाहर से घर का मुख्य द्वार भी बंद कर दिया। खबर लिखे जाने तक तेंदुआ ग्रामीण के घर में ही बंध था, जबकि दक्षिण वन मंडल की टीम मौके पर पहुंच गई थी और पन्ना टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू टीम को भी कॉल कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि तेंदुए को ट्रेकुलाइज कर जंगल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है।
खेत में बने कुएं में गिर गया था तेंदुआ
अमानगंज के भटवा गांव में शुक्रवार-शनिवार रात तेंदुआ सूखे कुएं में जा गिरा था। शनिवार सुबह ग्रामीणों ने जब कुएं में तेंदुए को देखा तो वन विभाग की टीम को सूचना दी। तत्काल ही टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरु किया। लेकिन, टीम की घंटों मशक्कत और तमाम प्रयासों के बावजूद तेंदुआ बाहर नहीं आ रहा था। ऐसे में टीम द्वारा एक लकड़ी की सीढ़ी कुएं के अंदर डाल दी गई, ताकि रेस्क्यू टीम को देख बाहर न आने वाला तेंदुआ खुद के लिए अनुकूल माहौल का आभास करके सीढ़ी के सहारे कुएं से बाहर निकल आए। देर रात 11.30 बजे तेंदुआ सीढी के सहारे कुएं से बाहर निकला। पहले तो वो वन विभाग के अनुमान के मुताबिक जंगल की ओर बढ़ने लगा।
कुएं से निकलकर घर में घुसा तेंदुआ
तेंदुए को ट्रेकुलाइज कर जंगल में छोड़ा जाएगा
मामले की जानकारी दक्षिण वन मंडल के अमले को दी गई। सूचना मिलने पर दक्षिण वन मंडल की टीम गांव पहुंची। पन्ना टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल को कॉल कर दिया गया है। फिलहाल, तेंदुआ घर में ही मौजूद है। ग्रामीण और दक्षिण वन मंडल की टीम पन्ना टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल का इंतजार चल रहा है। डीएफओ अनुपम शर्मा का कहना है कि, इस बार तेंदुए को ट्रेकुलाइज कर जंगल में छोड़ा जाएगा।