सीएम ने किया था फैसला

सीएम ने अहमदाबाद प्लेन क्रेश भयावह हादसे के बाद अपने सभी कार्यक्रम रद्द करने का फैसला लिया था। सीएम मोहन यादव 13 जून को लाडली बहना योजना की किस्त जबलपुर में आयोजित लाडली बहना कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे। वहीं से वे लाडली बहना योजना की किस्त जारी करते। लेकिन ये कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया था। इसके बाद सीएम ने
एक बार फिर लाडली बहना योजना की किस्त खातों में भेजने की तिथि का एलान किया था।
आज 16 जून को आएगी 1.27 लाडली बहनों को मिलेगी योजना की 25वीं किस्त
सीएम मोहन यादव ने एलान करते हुए कहा था कि लाडली बहना योजना का ये कार्यक्रम 16 जून को आयोजित किया जाएगा। जबलपुर के बरगी में आयोजित होने जा रहे लाडली बहना योजना के इसी कार्यक्रम से सीएम मोहन यादव सिंगल क्लिक कर प्रदेश की 1.27 करोड़ लाडली बहनों के खातों में 1250 रुपए की राशि ट्रांसफर करेंगे।
शाम 4.30 बजें खातों में आएंगी लाडली बहना योजना की 25वीं किस्त
-लाडली बहना योजना के तहत सीएम मोहन यादव प्रदेश की 1.27 करोड़ महिलाओं के खातों में 1551.44 करोड़ रुपए की राशि 25वीं किस्त के रूप में ट्रांसफर करेंगे।
– 56.85 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को 341 करोड़ रुपए
– बहनों को सिलेंडर रीफिलिंग के 39.14 करोड़
– संबल योजना के 6,821 श्रमिक परिवारों को 150 करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि जारी करेंगे।
इसके अलावा सीएम मोहन यादव यहां विकास कार्यो का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। बता दें कि आज सीएम मोहन यादव शाम 4 बजे जबलपुर के बरगी ग्राम बेलखेड़ा से इन सभी योजनाओं के तहर करोड़ों रुपए की राशि हितग्राहियों के खातों में ट्रांसफर करेंगे।
संबल योजना से जुड़े लोगों के खाते भी भरेंगे
सीएम ने इस बार डबल टाइम पैसा ट्रांसफर करने का ऐलान किया है। इसके तहत सीएम लाडली बहना योजना के साथ ही संबल योजना की राशि भी खातों में भेजेंगे।
क्या है संबल योजना
प्रदेश में संबल योजना (Sambal Yojana) बेहद महत्वपूर्ण योजना है। ये योजना असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों के लिए बड़ी राहत देने वाली योजना है। इस योजना के तहत शुरुआत से अब तक 1 करोड़ 76 लाख श्रमिकों का पंजीयन किया जा चुका है। जबकि पंजीयन प्रक्रिया लगातार जारी है।
योजना में अनुग्रह सहायता अंतर्गत दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख रुपए और सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाती है। वहीं स्थायी रूप से दिव्यांगता पर 2 लाख रुपए और आंशिक स्थायी दिव्यांगता पर 1 लाख रुपए तथा अंत्येष्टि सहायता के लिए 5 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाती है।
संबल योजना में जहां एक ओर महिला श्रमिक को प्रसूति सहायता के लिये 16 हजार रुपए दिए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर श्रमिकों के बच्चों को महाविद्यालय शिक्षा प्रोत्साहन योजना में उच्च शिक्षा के लिए भी सम्पूर्ण शिक्षण शुल्क राज्य सरकार की ओर से किया जाता है।
रियायती दर पर मिलता है खाद्यान्न
संबल योजना के पात्र हितग्राहियों को खाद्यान्न पात्रता पर्ची भी दी जाती है, ताकि वे केन्द्र तथा राज्य सरकार की ओर से रियायती दरों पर मिलने वाला राशन प्राप्त कर सकें।
मध्यप्रदेश सरकार की योजना
संबल योजना का श्रेय मध्यप्रदेश सरकार को जाता है। 2018 में शुरू की गई इस योजना के तहत प्रदेश में असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों को दी जाने वाली राहत योजना है। जो जन्म से मृत्यु तक उसे राहत प्रदान करती है। इन सभी संबल हितग्राहियों को आयुष्मान भारत निरामय योजना अंतर्गत पात्र श्रेणी में चिन्हित किया गया है, उन्हें 5 लाख रुपए वार्षिक निःशुल्क चिकित्सा का लाभ भी दिया जा रहा है।
इन्हें भी मिलता है योजना का लाभ
भारत सरकार के नीति आयोग की पहल पर प्रदेश के गिग एवं प्लेटफार्म वर्कर्स को भी संबल योजना में सम्मिलित किया जाकर इनका पंजीयन शुरू किया गया है। इन्हें भी संबल योजना में मिलने वाले सभी लाभ दिए जा रहे हैं।