उमस ने निकाली जान, गर्मी ने किया हाल बेहाल
रविवार को अधिकतम तापमान 35.5 व न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा। एक दिन पहले यह 38.6 व 26.2 डिग्री था। 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 3.1 की कमी दर्ज की गई। आर्द्रता 18 फीसदी रही। 13 किलोमीटर प्रतिघंटा की रतार से पूर्वी-दक्षिण-पूर्वी हवा चली।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉ. अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया, कि राजस्थान की ओर से बने चक्रवातीय सिस्टम के कारण एक ट्रफ लाइन बनी है, जो प्रदेश के पश्चिम-दक्षिण हिस्से से होते हुए विदर्भ तक पहुंच रही है। इस कारण इंदौर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर व बड़वानी जिलों में तेज हवा के साथ बारिश की स्थिति बन रही है। कुछ दिन में दक्षिण-पश्चिम मानसून की गतिविधियां बढ़ेंगी।
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इस तरह बन रहा सिस्टम
ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और निकटवर्ती क्षेत्रों में समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर है। यह दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। एक ट्रफ पूर्वी मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए बांग्लादेश तक जा रही है। जो समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर है।ऊपरी हवा का चक्रवातीय सिस्टम उत्तरी राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर है। एक चक्रवातीय सिस्टम ट्रफ के रूप में उत्तरी राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों से पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैला है।पूर्वी उत्तर प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों में 0.9 किमी ऊंचाई पर ऊपरी हवा का चक्रवात है।
अभी ऐसी है मानसून की स्थिति
उत्तरी सीमा पर मुंबई, अहिल्या नगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सेंडहेड द्वीप से होकर गुजर रही है। अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात के कुछ हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ और हिस्सों में पहुंचने के आसार हैं।