ऐसे लोग जो किसी गंभीर रोग से ग्रस्त हैं या जिनकी रोग प्रतिरोधकता कम है, वह वायरस से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। डॉक्टर्स के अनुसार इस मौसम में मरीजों की संख्या बढ़ती है। कुछ दिनों के उपचार से यह ठीक भी हो रहे हैं। इन्लूएंजा वायरल संक्रमण है जो नाक, गले और कभी-कभी फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति से फैलता है।
ये हैं इन्लूएंजा के लक्षण
अचानक तेज बुखार
खांसी और गले में खराश
सिरदर्द और बदन दर्द
थकान और कमजोरी
ठंड लगना और पसीना आना
कभी-कभी उल्टी और दस्त (खासतौर पर बच्चों में) ये भी पढ़ें: एयरपोर्ट पर अब 10 रुपए में ‘चाय’ और 20 रुपए में मिलेगा ‘समोसा’
बचाव के तरीके
सफाई का ध्यान रखें।
भीड़-भाड़ से बचें ।
संतुलित आहार लें ।
पर्याप्त नींद लें।
लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें। अगर अस्थमा, डायबिटीज या दिल की बीमारी हो व ऐसे लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें। वायरल के मरीजों निमोनिया के केस भी सामने आए हैं।- डॉ. अशोक ठाकुर, मेडिसिन विभाग एमवायएच