सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा यह सिंहस्थ ऐतिहासिक सिद्ध होगा। उन्होंने बताया कि क्षिप्रा के दोनों ओर लगभग 30 किलोमीटर की लम्बाई में घाट विकसित किए जा रहे हैं जिससे सुविधाजनक ढंग से स्नान संभव होगा। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश जल संरक्षण के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर देश के लिए उदाहरण बनेगा।
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जल स्रोतों को शुद्ध और उपयोगी बनाने का काम
जल स्रोतों को शुद्ध और उपयोगी बनाने का काम
प्रदेश सरकार ने 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान के माध्यम से नागरिकों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने का अभियान संचालित किया। प्रदेशभर में जल स्रोतों को शुद्ध और उपयोगी बनाने का काम चल रहा है। अनेक पोखर, जलाशय और बावड़ियों को पुनर्जीवित भी किया गया है। बता दें कि सदानीरा समागम में 6 दिनों तक कई गतिविधियां होंगी जिनमें जल एकाग्र डाकयू ड्रामा, फिल्में, गायन, नदीनामा के अंतर्गत काव्यपाठ, नृत्य नाटिका आदि शामिल हैं।