मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपनी पत्नी सीमा यादव के साथ नर्मदापुरम जिले के हिल स्टेशन पचमढ़ी गए थे। वहां से लौटते वक्त बारिआम गांव में सड़क किनारे टोकरी में रखकर आम बेच रहीं महिलाओं और बच्चों को देखकर उन्होंने अपना काफिला रूकवा दिया। मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं से आम खरीदे। सीएम और उनकी पत्नी ने महिलाओं से खरीदे सभी आम आसपास खड़े बच्चों को खिला दिए।
मुझे भी मार डालो… जब चीख उठा सोनम रघुवंशी का भाई गोविंद रघुवंशी
यह भी पढ़ें : कांग्रेसियों में जोश जगा गए राहुल गांधी, 7 प्वाइंट में समझें-क्या रही उपलब्धि और कहां हुई चूक
सीएम ने आम बेच रहीं महिलाओं से बातचीत भी की
सीएम ने आम बेच रहीं महिलाओं से बातचीत भी की। उनसे पूछा कि रोज कितने रुपए के आम बेच लेती हो? आम विक्रेता बसंती टेकाम ने बताया कि सर, रोज सुबह से शाम यहां बैठते हैं तो 400 से 500 रूपए के आम बिक ही जाते हैं। बसंती की बेटी भी पास ही खड़ी थी जिसे देखकर सीएम ने पूछा – क्या ये बिटिया स्कूल जाती है? उन्होंने जवाब दिया कि हां सर, सीएम राइज स्कूल में पढ़ती है। तब सीएम ने हर्ष जताते हुए कहा कि अरे बिटिया, अब उसका नाम सांदीपनि विद्यालय हो गया है।
रोज स्कूल जाने और मन लगाकर पढ़ाई करने की मनुहार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यहां बच्चों से भी बात की। उनसे नाम पूछे। सीएम ने बच्चों से पूछा- स्कूल जाते हो? उमेश, साक्षी और रिया ने कहा जी सर। तब सीएम ने सभी बच्चों को रोज स्कूल जाने और मन लगाकर पढ़ाई करने की मनुहार की।