ग्वालियर/भोपाल: Gwalior-Bengaluru Express ग्वालियर- चंबल अंचल के लिए आज का दिन ऐतिहासिक और यादगार बन गया, जब क्षेत्र को ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए एक नई और बहुप्रतीक्षित रेल सुविधा की सौगात मिल गई। आज, गुना लोकसभा सांसद और केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन से ‘ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस’ ट्रेन संख्या 11085/11086 का विधिवत उद्घाटन और शुभारंभ किया और ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर उसमें अशोकनगर तक सफर किया।
Gwalior-Bengaluru Express इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में सहभागिता की, संबोधन दिया और ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अपने संबोधन में सिंधिया ने बताया की 2024 और 2025 में रेल मंत्री को पत्र लिखकर ग्वालियर-चम्बल अंचल से बेंगलुरु के लिए सीधी ट्रेन का अनुरोध किया।
सिंधिया की जन संवाद की जीवंत यात्रा: ट्रेन से शिवपुरी, गुना, अशोकनगर तक
इस शुभारंभ को विशेष और बनाने सुगम हेतु सिंधिया ने स्वयं ट्रेन में यात्रा भी की। यात्रा के दौरान उन्होंने ट्रेन में सवार यात्रियों से संवाद कर उनकी प्रतिक्रियाएं प्राप्त कीं। यात्रियों ने इस नई ट्रेन सेवा की शुरुआत का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बेंगलुरु की यात्रा में 8 से 10 घंटे की महत्वपूर्ण समय बचत होगी।मंत्री सिंधिया ने शिवपुरी, गुना एवं अशोकनगर स्टेशनों पर रुककर जनता से आत्मीय संवाद किया।
40 लाख लोगों को सीधे लाभ: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह रेल सेवा लगभग 40 लाख लोगों को सीधे लाभ देगी और शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, बीना और भोपाल जैसे प्रमुख स्टेशनों पर भी रुकेगी।
गौरवपूर्ण ऐतिहासिक विरासत: एम. विश्वेश्वरैया का ग्वालियर से संबंध
सिंधिया ने भारत के महान इंजीनियर एम. विश्वेश्वरैया के योगदान का उल्लेख करते हुए बताया कि खड़कवासला जलाशय में पहली बार स्थापित हुए स्वचालित गेट्स बाद में ग्वालियर के टिगरा डैम में भी लगाए गए। यह डैम महाराजा माधवराव सिंधिया प्रथम के निमंत्रण पर, विश्वेश्वरैया के मार्गदर्शन में बना।
रेलवे के साथ-साथ अन्य विकास परियोजनाएं भी प्रगति पर : सिंधिया
सिंधिया ने बताया कि ग्वालियर का नवीन एयरपोर्ट पूर्णता के करीब है और ग्वालियर रेलवे स्टेशन का भव्य पुनर्निर्माण हो रहा है। साथ ही ₹900 करोड़ की पश्चिमी एक्सप्रेसवे परियोजना नितिन गडकरी के नेतृत्व में तेज़ी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-श्योपुर ब्रॉड गेज लाइन योजना में कैलारस तक ट्रेन पहुँच चुकी है, और शीघ्र ही श्योपुर और कोटा तक विस्तारित की जाएगी।
रेल मंत्री ने गिनाईं रेलवे विकास की उपलब्धियां
उक्त कार्यक्रम में अपने संबोधन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वर्ष 2014 के पहले मध्यप्रदेश को जहां ₹600 करोड़ का रेलवे बजट मिलता था, आज यह बढ़कर ₹14,747 करोड़ तक पहुंच गया है। आज राज्य में 2,651 किमी नई पटरियाँ बिछाई गई हैं और प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण चल रहा है, जिनमें ग्वालियर प्रमुख है। साथ ही आगामी समय में ग्वालियर से आगरा के बीच एक नई पैसेंजर ट्रेन शुरू करने की योजना है।उन्होंने कहा कि मंत्रालय द्वारा एक ही वर्ष में मध्य प्रदेश को रेलवे क्षेत्र के लिए 24,000 करोड़ रुपये के नए प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है, जो विकास की तीव्र गति को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने ग्वालियर के भविष्य की झलक प्रस्तुत की
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा ग्वालियर सदैव प्रगति की दिशा में अग्रसर रहा है। ₹8,500 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रही मुंबई लाइन परियोजना चंबल-मालवा क्षेत्र में नया इतिहास रचेगी और आने वाले समय में ग्वालियर संभाग सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रो-उद्योग में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि आने वाला समय ग्वालियर का है — यह क्षेत्र सेमीकंडक्टर, रोज़गार, उद्योग, कृषि और शिक्षा के हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा।
सिंधिया ने आज उक्त ट्रेन के विधिवत शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और केंद्रीय रेल मंत्री का आभार व धन्यवाद व्यक्त किया। आज उक्त गाड़ी (11086) को ग्वालियर से एसएमवीटी बेंगलुरु के लिए उद्घाटन स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाया गया था। आगामी 29 जून से यह ट्रेन रोजाना बेंगलुरु से और 4 जुलाई से ग्वालियर से चलेगी। 4 जुलाई से उक्त ट्रेन का परिचालन ग्वालियर से दोपहर 3 बजे होगा जो 6 जुलाई को सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर बेंगलुरु पहुंचेगी।
यह नई रेल सेवा ग्वालियर-चंबल को दक्षिण भारत से जोड़ेगी, और क्षेत्र के लाखों युवाओं को रोजगार, शिक्षा, व्यापार व भविष्य की नई संभावनाओं से जोड़ेगी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद भारत सिंह कुशवाहा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद अशोक सिंह, और विधायक सतीश सिंह सिकरवार ने भी संयुक्त रूप से इस ऐतिहासिक रेल सेवा का शुभारंभ किया।