रीवा: Rewa Cow Accident: ज़िले के गढ़ थाना क्षेत्र में आज एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसने न केवल इंसानियत को झकझोर दिया बल्कि गौ-संवर्धन के सरकारी दावों की सच्चाई भी उजागर कर दी। तेज़ रफ्तार ट्रेलर ने सड़क किनारे बैठे 14 गौवंशों को कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में 11 गायों की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि 3 गंभीर रूप से घायल हैं।
Rewa Cow Accident: स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन को पहले से सूचना दी गई थी, लेकिन कोई इंतज़ाम नहीं किया गया। हादसे के बाद भी घटनास्थल पर कोई अधिकारी, डॉक्टर, एंबुलेंस या रेस्क्यू टीम नहीं पहुँची। घायल पशु तड़पते रहे, मृत गायें घंटों सड़क पर पड़ी रहीं और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। गौशालाओं और गौ-संवर्धन योजनाओं की हकीकत एक बार फिर सवालों के घेरे में है। करोड़ों रुपये सालाना खर्च होने के बावजूद ज़मीनी हालात बेहद दर्दनाक हैं।
Rewa Cow Accident: यह घटना केवल एक सड़क हादसा नहीं बल्कि एक चेतावनी है। धार्मिक भावनाओं से जुड़ी इस त्रासदी पर वे सभी चुप हैं जो गाय के नाम पर राजनीति करते हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि ‘गौमाता’ अब केवल भाषणों और नारों में जीवित रह गई हैं। जानकारी मिलते ही त्यौंथर तहसीलदार दल-बल के साथ मौके पर पहुँचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।