Sheopur News: जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में भाजपा नेता पूरन आर्य के खिलाफ एक 19 वर्षीय आदिवासी विवाहिता ने छेड़छाड़ और अश्लील हरकतों का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने 3 जुलाई को अपने पति के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। BJP Leader Scandal
BJP Leader Scandal: पीड़िता के अनुसार घटना उस समय की है जब उसका पति घर पर मौजूद नहीं था। उसने आरोप लगाया कि पूरन आर्य जबरन घर में घुस आया और उसके साथ छेड़खानी करने लगा। विरोध करने पर आरोपी ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने यह भी बताया कि भाजपा नेता बीते दो-तीन महीनों से उस पर बुरी नज़र रखता आ रहा था लेकिन पारिवारिक संबंधों के चलते उन्होंने अब तक चुप्पी साधे रखी थी। पीड़िता के पति का कहना है कि पूरन आर्य का उनके घर आना-जाना अक्सर रहता है। उसके पिता की मृत्यु के बाद आरोपी उनकी मां के साथ घनिष्ठ संबंध में रहा है और अक्सर देर रात शराब के नशे में उनके घर आता रहा है। इसी दौरान आरोपी की नीयत उसकी पत्नी पर खराब हो गई। Sheopur News
Sheopur News: विवाहिता के मुताबिक वह कई बार संबंध बनाने का प्रयास कर चुका था लेकिन इस बार जबरदस्ती करने की कोशिश पर उसने धक्का देकर खुद को बचाया और फिर पति के साथ थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। मामले में एक नया मोड़ तब आया जब पीड़िता की सास और देवर आरोपी पूरन आर्य के समर्थन में सामने आ गए। उन्होंने एसपी ऑफिस पहुंचकर पूरन आर्य पर लगे आरोपों को निराधार और झूठा बताया। इससे परिवार में विवाद और गहरा गया है। घटना के दो दिन बाद पूरन आर्य की गाड़ी पर कुछ लोगों ने हमला कर तोड़फोड़ कर दी। BJP Leader Scandal
BJP Leader Scandal: पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। इनमें पीड़िता के पति को भी आरोपी बनाया गया हालांकि उसका दावा है कि घटना के वक्त वह सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रहा था और इसका रिकॉर्ड अस्पताल में मौजूद है। पीड़िता और उसका पति पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज़ हैं। उनका आरोप है कि भाजपा नेता पूरन आर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं की है। वहीं पीड़िता आदिवासी समुदाय से संबंध रखती है जिससे यह मामला और भी संवेदनशील बन गया है।
पूरन आर्य पर “छेड़छाड़ का मामला” कब और कहां दर्ज हुआ?
पूरन आर्य पर छेड़छाड़ का मामला 3 जुलाई को कोतवाली थाना श्योपुर में दर्ज हुआ जब पीड़िता ने अपने पति के साथ थाने पहुंचकर शिकायत की।
क्या “एफआईआर दर्ज होने” के बाद पूरन आर्य की गिरफ्तारी हुई है?
नहीं, पीड़िता और उसके पति का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अब तक पूरन आर्य को गिरफ्तार नहीं किया है।
पीड़िता की “आदिवासी पहचान” इस मामले को कैसे संवेदनशील बनाती है?
पीड़िता का आदिवासी समुदाय से होना इसे सामाजिक और राजनीतिक रूप से ज्यादा संवेदनशील मामला बनाता है, जिससे SC/ST कानून की धाराएं भी लागू हो सकती हैं।
पूरन आर्य और पीड़िता के परिवार में पहले से कोई संबंध था क्या?
हाँ, पीड़िता के पति के अनुसार पूरन आर्य उनके घर अक्सर आता था और उसकी मां से करीबी संबंध में था, जिससे आरोपी को घर में आने-जाने की आज़ादी थी।
क्या पूरन आर्य की गाड़ी पर “हमला” भी इस मामले से जुड़ा हुआ है?
हाँ, छेड़छाड़ की शिकायत के दो दिन बाद पूरन आर्य की गाड़ी पर हमला हुआ। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई, जिनमें पीड़िता का पति भी आरोपी है।