बालाघाटः MP News मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां पुलिस ने पंचायत भवन के लोकार्पण के पहले ही पंचों को उठा ले गई। पुलिस के इस एक्शन पर विधायक भड़क गई और थाने के बाहर धरना प्रदर्शन किया। विधायक ने पुलिस की इस कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या बताया। पूरा मामला जिले के भरवेली ग्राम पंचायत का है। मिली जानकारी के अनुसार पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद पटेल भरवेली पहुंचे थे, जहां उन्होंने नवनिर्मित पंचायत भवन का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम से पहले ही भरवेली पंचायत के 15 पंच अपनी समस्याओं को लेकर मंत्री से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पुलिस ने इन पंचों को थाने में नजरबंद कर करीब चार घंटे तक बिठाकर रखा। इस घटना की जानकारी मिलने पर विधायक अनुभा मुंजारे तत्काल थाने पहुंचीं और पुलिस की इस कार्रवाई को तानाशाही बताते हुए थाने के बाहर पंचों के साथ धरने पर बैठ गईं।
MP News विधायक मुंजारे ने कहा कि यह लोकतंत्र का खुला उल्लंघन है और चुने हुए जनप्रतिनिधियों को अगर अपनी बात कहने से पहले ही रोका जाएगा तो यह प्रशासनिक दमन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पंचों की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है। थाने के बाहर विधायक के प्रदर्शन को लेकर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र में राजनीति गरमा गई है। काफी देर तक चले हंगामे के बाद अधिकारीयो की समझाई के बाद मामला शांत हुआ और विधायक ने धरना खत्म किया।
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सरपंच और पंचों के बीच चल रहा विवाद
भरवेली पंचायत में महिला सरपंच और सरपंच पति का काफी समय से उपसरपंच और पंचो के साथ विवाद चल रहा है। आज पंचायत के नवीन भवन का लोकार्पण था। इसका लोकार्पण मंत्री प्रहलाद पटेल के द्वारा किया गया था। पुलिस की माने तो पंच ओर उपसरपंच पंचायत भवन के लोकार्पण का विरोध कर प्रदर्शन करने वाले थे साथ काले झंडे दिखाए जाने की भी जानकारी मिली थी। लॉयनऑडर की स्थिति ना बिगड़े इसको लेकर इनको थाने में बिठाया गया था। जैसे ही पंचायत भवन का लोकार्पण कार्यक्रम खत्म हो गया था सभी को छोड़ दिया गया था।
भरवेली पंचायत में पंचों को पुलिस द्वारा उठाने की घटना क्यों हुई?
पुलिस को जानकारी मिली थी कि पंच लोकार्पण कार्यक्रम का विरोध कर सकते हैं और काले झंडे दिखाने वाले हैं। इसलिए उन्हें लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए कुछ घंटों के लिए थाने में बैठाया गया।
क्या पंचों को बिना कारण थाने में बिठाया गया?
विधायक का आरोप है कि यह लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है, लेकिन पुलिस का कहना है कि यह कदम सावधानी के तौर पर लिया गया था।
विधायक अनुभा मुंजारे ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी?
विधायक ने इसे तानाशाही और लोकतंत्र की हत्या बताया और थाने के बाहर धरना प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया।
क्या भरवेली पंचायत में पहले से कोई विवाद चल रहा था?
हां, महिला सरपंच और उनके पति का उपसरपंच व पंचों से विवाद लंबे समय से चल रहा है, जो इस घटना की पृष्ठभूमि बना।
क्या पंचों को छोड़ दिया गया?
जी हां, कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी पंचों को थाने से छोड़ दिया गया।