भोपाल: Kanwar Yatra देश भर में कांवड़ यात्रा को लेकर शिव भक्तों में उत्साह है। हर-हर महादेव के नारे गूंज रहे हैं, लेकिन इस बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक फेसबुक पोस्ट में कांवड़ यात्रा की नमाज से तुलना कर दी और नामजियों से भेदभाव की ओर इशारा किया जो बीजेपी के ये बिलकुल नागवार गुजरा। कांवड़ बनाम नमाज की लड़ाई ने MP का सियासी पारा हाई कर दिया।
Kanwar Yatra सावन की शुरुआत के साथ ही बाबा भोले की भक्ति में डूबे भक्त जहां कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं, तो वहीं उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक कांवड़ियों की हिंसा को लेकर बहस छिड़ी है। इसी बीच एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के एक फेसबुक पोस्ट पर सियासी गदर शुरु हो गया है। दिग्विजय सिंह ने फेसबुक पर कांवड़ यात्रा और सड़क पर नमाज़ पढ़ते मुसलमानों की एक तस्वीर शेयर की जिस पर लिखा किए एक देश, दो कानून दिग्विजय सिंह के इस पोस्ट पर बीजेपी ने सनातन विरोधी और सद्भाव बिगाड़ने वाला बता दिया और उन्हें मौलाना दिग्विजय बताकर निशाना साधा।
सावन के पावन महीने में दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट ने एक नई बहस छेड़ दी है। एक तरफ कांवड़ियों के लिए यूपी से लेकर दिल्ली तक पुख्ता इंतजाम और हिंसा के खबरें सुर्खियों में है, तो वहीं मध्यप्रदेश में हिंदुत्व को लेकर सियासत फिर से गरमा गई है।
दिग्विजय सिंह ने कांवड़ यात्रा पर क्या पोस्ट किया था?
उन्होंने फेसबुक पर एक तस्वीर साझा की जिसमें कांवड़ यात्रा और सड़क पर नमाज़ पढ़ने की तुलना करते हुए लिखा – “एक देश, दो कानून?”
बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी?
बीजेपी ने उन्हें सनातन धर्म विरोधी कहा और आरोप लगाया कि वो सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या दिग्विजय सिंह के इस बयान से सियासी बहस छिड़ गई है?
हां, खासकर मध्यप्रदेश में इस बयान ने हिंदुत्व बनाम धर्मनिरपेक्षता की बहस को और तेज कर दिया है।