भोपाल, एक अगस्त (भाषा) सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कबीना मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई।
प्रश्नकाल के दौरान 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के संबंध में कांग्रेस के आरिफ मसूद के सवाल का जवाब देने के लिए भाजपा के मंत्री जैसे ही खड़े हुए, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
वे सेना की महिला अधिकारी का अपमान करने के लिए शाह के इस्तीफे या बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे।
हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी गई। आदिम जाति कल्याण मंत्री शाह के पास भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास तथा सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन का विभाग भी है।
हंगामा कर रहे कांग्रेस के सदस्य सदन के बीचोंबीच आ गए और ‘विजय शाह इस्तीफा दो’ और ‘विजय शाह को बर्खास्त करो’ के नारे लगाने लगे।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कांग्रेस विधायकों से शांति बनाए रखने और अपने स्थान पर लौटने की अपील की लेकिन विपक्षी सदस्यों ने उनकी सलाह को अनसुना कर दिया और अपना विरोध जारी रखा।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने इस दौरान विपक्ष के खिलाफ नारेबाजी की और उसपर सेना का अपमान करने का आरोप लगाया।
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज होने के बाद अध्यक्ष ने सदन में व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की, लेकिन स्थिति में जब कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्होंने सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी।
उच्चतम न्यायालय ने शाह को कर्नल कुरैशी के खिलाफ उनकी टिप्पणी को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी न मांगने पर गत सोमवार को फटकार लगाई थी और कहा कि वह अदालत के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत एवं न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने कहा कि मंत्री का व्यवहार अदालत को उनकी मंशा पर संदेह करने के लिए मजबूर कर रहा है।
शाह की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता के. परमेश्वर ने कहा कि उनके मुवक्किल ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है जिसे ऑनलाइन मंच पर साझा किया गया था और इसे अदालत के रिकॉर्ड में रखा जाएगा।
विजय शाह उस वक्त विवादों में आ गए थे जब एक वीडियो में उन्हें कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते देखा गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
कर्नल सोफिया कुरैशी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर मीडिया के साथ जानकारी साझा करती थीं। मीडिया को जानकारी देने के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ एक अन्य महिला अधिकारी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी होती थीं।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने भी कर्नल कुरैशी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने और ‘घटिया भाषा’ का इस्तेमाल करने के लिए शाह को फटकार लगाई थी और पुलिस को उनके खिलाफ शत्रुता व नफरत फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था।
भाषा ब्रजेन्द्र संतोष
संतोष